यूपी के हाथरस में बिटिया के साथ हुई हैवानियत के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में जस्टिस पंकज मित्तल और जस्टिस राजन रॉय के समक्ष सुनवाई शुरू हो गई है। इसके लिए पीड़ित परिवार और प्रदेश के डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी सहित मामले में तलब किए गए अधिकारी कोर्ट में मौजूद हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए हाईकोर्ट परिसर के आसपास भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। पीड़ित परिवार को सुरक्षा घेरे में गेट नंबर 4 व 5 से परिसर के अंदर ले जाया गया।
बता दें कि जांच की कमान अपने हाथ में लेने वाली सीबीआई ने रविवार को इस मामले में एक आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। सीबीआई की गाजियाबाद शाखा ने पीड़िता के भाई की ओर से हाथरस के चंदपा में दर्ज एफआईआर के ही आधार पर जांच शुरू की है। उसी एफआईआर को सीबीआई ने अपने यहां दर्ज किया है।
– मामले में बहस जारी है। यूपी सरकार का पक्ष अपर महाधिवक्ता विनोद कुमार शाही रख रहे हैं जबकि सीमा कुशवाहा पीड़ित पक्ष की वकील हैं। कोर्ट में पीड़ित परिवार के पांच सदस्य, प्रदेश के डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी व हाथरस के जिलाधिकारी- पुलिस अधीक्षक मौजूद हैं।
– हाईकोर्ट के चारों और पुलिस व पीएसी तैनात है। गेट नंबर 4 व 5 से पीड़ित परिवार व संबंधित अफसरों को अंदर ले जाया जाएगा।
– पीड़िता का परिवार लखनऊ में हाईकोर्ट के नजदीक उत्तराखंड भवन में मौजूद है। जिसके कारण उत्तराखंड भवन और हाईकोर्ट के बाहर भारी सुरक्षा व्यवस्था तैनात की गई है। यूपी डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी भी हाईकोर्ट पहुंच गए हैं।
– हाईकोर्ट में मामले की सुनवाई दोपहर बाद जस्टिस पंकज मित्तल और जस्टिस राजन रॉय की पीठ के समक्ष शुरू होगी। जिला जज को पीड़िता के परिवारवालों की हाईकोर्ट में पेशी सुनिश्चित करने को कहा गया था। इसके अलावा अपर मुख्य सचिव गृह, पुलिस महानिदेशक, एडीजी कानून-व्यवस्था के साथ-साथ हाथरस के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को भी अदालत में पेश होना है।
अधिकारी मामले की जांच से संबंधित स्टेटस रिपोर्ट पेश कर सकते हैं। एसपी विनीत जायसवाल ने बताया कि परिवार की सुरक्षा के लिए घर पर 66 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं और आठ सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं।