नागरिकता संशोधन कानून को लेकर लखनऊ में भड़की हिंसा मामले में अब तक 250 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। प्रदेश के डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने भरोसा दिलाया कि किसी भी निर्दोष व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। पूरी छानबीन के बाद ही कार्रवाई की जा रही है। हिंसा में जो लोग शामिल रहे हैं, उनमें से किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
डीजीपी ने कहा कि हिंसा में बाहरी तत्वों के शामिल होने की बात से इन्कार नहीं किया जा सकता। लखनऊ में हुई हिंसा में कुछ ऐसे साक्ष्य मिले हैं, जिसमें बाहरी तत्वों के शामिल होने का शक है।
प्रदर्शन में कौन-कौन लोग शामिल थे, उन्हें चिह्नित किया जा रहा है। सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। जहां-जहां प्रदर्शन किए जा रहे हैं, वहां गिरफ्तारियां हो रही हैं।
डीजीपी ने कहा कि एकाध घटनाओं को छोड़कर प्रदेश में स्थिति सामान्य है। एहतियात के तौर पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रबंध को चाक चौबंद और चौकन्ना रखा गया है। पूरे प्रदेश में पुलिस पेट्रोलिंग कराई जा रही है। इंटरनेट सेवा बंद करने पर उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन ने जहां-जहां उचित समझा है, वहां की इंटरनेट सेवाएं बंद की गई हैं।
वहीं, आईजी कानून-व्यवस्था प्रवीण कुमार ने दावा किया है कि तीन दिनों से विभिन्न जिलों में हो रही हिंसा में अवैध हथियारों का जमकर प्रयोग हो रहा है। हिंसा में जो 263 पुलिस कर्मी घायल हुए हैं, उनमें 57 पुलिस कर्मियों को गोली लगी है। उन्होंने बताया कि हिंसा वाले क्षेत्रों से .315 बोर के 405 खोखे बरामद हुए हैं। ऐसे प्रदर्शनों में खोखे पचास प्रतिशत ही रिकवर हो पाते हैं।
बड़ी चिंता यह… हिंसा में तमंचे और देसी पिस्टल का जमकर प्रयोग किया गया। सवाल यह है कि असलहों का सत्यापन करने के बाद भी बड़ी संख्या में हथियार कहां से आ रहे हैं?
यूपी पुलिस ने उपद्रवियों की पहचान कर उन्हें जुर्माने का वसूली नोटिस भेजना शुरू कर दिया है। जुर्माना नहीं चुकाने पर संपत्ति कुर्क होगी। उपद्रवियों की पहचान सीसीटीवी फुटेज से की जा रही है। उधर, लखनऊ हिंसा के मामले में पकड़े गए आधा दर्जन से ज्यादा लोगों का पश्चिम बंगाल से कनेक्शन सामने आया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, लखनऊ में हिंसा के दौरान इन्हें बंगाल से बुलाया गया था।
सोशल मीडिया पर बड़ी कार्रवाई
13,101 विवादित पोस्ट के खिलाफ कार्रवाई की गई। इस मामले में 63 एफआईआर दर्ज की गई और 102 लोग गिरफ्तार किए गए, जबकि 442 लोगों पर पाबंदी लगा दी गई।