राजधानी लखनऊ में कोविड मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तत्काल दो हजार आईसीयू बेड तैयार करने के निर्देश दिए हैं। रविवार से बलरामपुर अस्पताल में 300 बेड पर मरीजों की भर्ती शुरू भी हो जाएगी। एरा मेडिकल कॉलेज, टीएस मिश्रा मेडिकल कॉलेज, इंटीग्रल मेडिकल कॉलेज पूर्ण डेडीकेटेड कोविड हॉस्पिटल बनाया जाएगा।
मुख्यंमत्री योगी ने उच्चस्तरीय बैठक में लखनऊ में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर ये निर्देश दिए। सीएम योगी ने चिकित्सा शिक्षा मंत्री, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा, सचिव चिकित्सा शिक्षा को तीनों मेडिकल कॉलेजों का निरीक्षण कर व्यवस्था दुरुस्त कराने को कहा है।
स्वास्थ्य मंत्री को बलरामपुर चिकित्सालय का भ्रमण कर डेडीकेटेड कोविड अस्पताल बनाने की कार्रवाई को पूरा कराने के लिए कहा गया है। डेडीकेटेड कोविड अस्पताल बनने वाले तीनों मेडिकल कॉलेजों तथा बलरामपुर चिकित्सालय में प्रशिक्षित मैनपावर की व्यवस्था के साथ ही वेंटीलेटर एवं हाई फ्लो नेजल कैनुला (एचएफएनसी) की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने लखनऊ में व्यापक कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग पर जोर देते हुए कहा है कि संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने वाले 30 से 35 लोगों की कोविड जांच कराई जाए। संक्रमित मिलने वालों को होम आइसोलेशन अथवा अस्पताल में रखने, इन्टीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेन्टर को एम्बुलेन्स सेवाओं से जोड़ने के निर्देश दिए। बैठक में शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव आरके तिवारी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने लखनऊ में प्रत्येक गांव तथा हर नगर निकाय के प्रत्येक वॉर्ड में निगरानी समितियों को सक्त्रिस्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने मंडलायुक्त को स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा फॉगिंग कराने, बस स्टेशनों, रेलवे स्टेशनों, एयरपोर्ट, चौराहों सहित भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर सेनेटाइजेशन कराने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इस कार्य में पुलिस, अग्निशमन, आवास विकास, विकास प्राधिकरण का भी सहयोग लिया जाए।
पुलिस आयुक्त लखनऊ को पब्लिक एड्रेस सिस्टम को प्रभावी ढंग से संचालित कराने के निर्देश दिए। कहा कि धर्म स्थलों में पांच से अधिक लोगों को एक साथ प्रवेश की अनुमति न दी जाए। बाजारों में व्यापारियों से संवाद बनाकर उनका सहयोग लेते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाए। मास्क का प्रयोग न करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। यह कार्रवाई सद्भावपूर्ण एवं प्रेरक होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ में कंटेनमेंट जोन में आवागमन प्रतिबंधित किया जाए। एक संक्रमित मरीज मिलने पर 25 मीटर के रेडियस में कंटेनमेंट जान बनाया जाए। एक से अधिक संक्रमित मरीजों की स्थिति में 50 मीटर रेडियस का कंटेनमेन्ट जोन बनाने को कहा गया है।
उन्होंने कहा कि सभी पुलिस, स्वास्थ्य तथा स्वच्छता कर्मी आवश्यक रूप से मास्क और ग्लव्स का प्रयोग करें। कंटेनमेंट जोन में पीपीई किट का प्रयोग अनिवार्य रूप से किया जाए।