उत्तर प्रदेश की राजधानी स्थित ऐशबाग, डालीगंज, पॉलीटेक्निक और ऐसे ही सभी पुल जो कि लगभग 10 वर्ष या उससे अधिक आयु के हो रहे हैं। सभी की नए सिरे से मरम्मत की जाएगी। यह काम पीडब्ल्यूडी कराएगा। काम अगले छह माह में समाप्त किया जाएगा। दो-दो पुलों की मरम्मत का शेड्यूल बनाया गया है। ये निर्देश जिला प्रशासन की ओर से सेतु निर्माण निगम और पीडब्ल्यूडी को दिया गया है।
पिछले दिनों निशातगंज पुल से स्लैब लटकने का प्रकरण प्रकाश में आया था। इसके बाद जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने सेतु निर्माण निगम और पीडब्ल्यूडी को पत्र लिखा कि वे पुराने पुलों की मरम्मत शुरू करवा दें। इसमें जो पुल सेतु निगम के पास है, वहां सेतु निगम मरम्मत करवाएगा। जबकि जो पुल पीडब्ल्यूडी के पास हैं, उनकी मरम्मत लोनिवि करवाएगा। इसमें निशातगंज और माल एवेन्यू पर काम शुरू भी कर दिया गया है। अगले छह महीने में ये काम समाप्त कर दिया जाएगा।
ऐशबाग पर डेढ़ साल से बड़े वाहनों पर प्रवेश बंद है
ऐशबाग पुल की मरम्मत पीडब्ल्यूडी को करनी है। यह पुल पिछले करीब डेढ़ साल से बड़े वाहनों के लिए बंद है। इसकी मरम्मत इसलिए नहीं हो पा रही है, क्योंकि शहर में पानी सप्लाई की प्रमुख लाइन इस पुल से होकर गुजरती है। पाइप लाइन हटने के बाद ही इसकी मरम्मत संभव है।
डालीगंज पुल भी हो रहा खराब
साल 2009 में आवागमन के लिए शुरू हुआ डालीगंज पुल भी धीरे-धीरे खराब हो रहा है। इसमें जोड़ ढीले हो हो रहे हैं। इससे खतरे की आशंका बनी हुई है।
रैदास मंदिर फ्लाइओवर जोड़ पर दे रहा झटके
रैदास मंदिर के फ्लाइओवर में बीम के जोड़ पर जैसे ही वाहन गुजरते हैं, वैसे ही झटका लगता है। जोड़ तेजी से खुल रहा है।
गोमती नगर के पुलों में दिक्कतें
पालीटेक्निक फ्लाइओवर हो या लोहिया पथ, ग्वारी का पुल हो या हनीमैन चौराहे के पास स्थित पुल सभी जगह दिक्कतें शुरू हो चुकी हैं। कहीं गड्ढे हैं तो कहीं सड़क उखड़ रही है।