रेवाड़ी में बाघ होने के कारण धारूहेड़ा और बावल में ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। लोगों की भीड़ को देखते हुए बाघ सरसों के खेत से निकलकर बाहर नहीं आ रहा है। अभी तक बाघ दो बार कैमरे में नजर आ चुका है।
रेवाड़ी क्षेत्र में बाघ को प्रवेश किए हुए पांच दिन हो चुके हैं। मगर अभी तक वन विभाग की टीम बाघ को नहीं पकड़ पाई है। मौजूदा समय में बाघ की लोकेशन गांव भटसाना के आसपास ही दर्ज की गई है। अनुमान लगाया गया है कि बाघ कहीं वापस राजस्थान में प्रवेश न कर गया हो। हालांकि, वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बाघ अभी 10 से 15 किलोमीटर के क्षेत्र के आसपास ही है। अभी तक बाघ दो बार कैमरे में नजर आ चुका है।
वन विभाग को रेस्क्यू में काफी परेशानियां हो रही है। इसका कारण लोगों की भीड़ जुटना है। दरअसल, लोगों की भीड़ को देखते हुए बाघ सरसों के खेत से निकलकर बाहर नहीं आ रहा है। जिस वजह से बाघ को पकड़ना लगातार मुश्किल होता जा रहा है। सरसों भी काफी बड़ी हो चुकी है। अब केवल ड्रोन ही सहारा है। वहीं, रात 8 बजे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन बंद कर दिया जाता है। रात के समय बाघ दूसरे गांव में भी प्रवेश कर जाए, इस पर भी कुछ नहीं कहा जा सकता है। हालांकि वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बाघ एक दिन में 20 से 25 किलोमीटर ही चल सकता है। ऐसे में बाघ इतने किलोमीटर के दायरे में ही नजर आएगा।
खेत में नहीं जा रहे लोग
राजस्थान की सीमा के साथ सटे धारूहेड़ा और बावल में ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। पिछले कुछ दिनों से दोपहर के समय अच्छी धूप भी हो रही है मगर लोग घर से बाहर निकलने में अब काफी परहेज कर रहे हैं। छत पर ही रहकर लोग धूप का आनंद ले रहे हैं। अगर कोई बाहर जाता भी है तो साथ में कई लोग रहते हैं और लाठी डंडे भी लेकर चलते हैं। लोग खेत में भी नहीं जा रहे हैं। बाघ अभी तक तीन लोगों पर हमला कर चुका है।