युद्ध व वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चिता की वजह से केंद्रीय बैंकों का भरोसा सोने में बढ़ रहा है। खासतौर पर बाजार की अस्थिर और मुद्रास्फीति के दबाव को सहने के लिए स्वर्ण भंडार अहम होता है।
मार्च में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने करीब 5 टन सोना खरीदा। भारत ही नहीं दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों ने सोने की खरीद बढ़ाई है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक मार्च में तुर्किये के केंद्रीय बैंक ने सबसे ज्यादा 14 सोना खरीदा है। इसके अलावा चीन के केंद्रीय बैंक ने भी 5 टन सोना खरीदा है। अन्य बड़े खरीदारों में कजाकिस्तान और सिंगापुर हैं, जिन्होंने 4-4 टन सोना खरीदी है। इसके अलावा रूस ने भी मार्च में 3 टन सोना खरीदा है।
युद्ध व वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चिता की वजह से केंद्रीय बैंकों का भरोसा सोने में बढ़ रहा है। खासतौर पर बाजार की अस्थिर और मुद्रास्फीति के दबाव को सहने के लिए स्वर्ण भंडार अहम होता है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की गोल्ड डिमांड ट्रेंड्स रिपोर्ट के मुताबिक 2024 की पहली तिमाही में दुनियाभर में सोने की मांग सालाना आधार पर 3 फीसदी तक बढ़ी है।
शीर्ष पर आरबीआई का स्वर्ण भंडार
आरबीआई का स्वर्ण भंडार 800 टन से ऊपर अब तक के शीर्ष स्तर पर है। इस साल आरबीआई ने कुल 18.5 टन सोना खरीदा है। अप्रैल की शुरुआत में रिजर्व बैंक के पास करीब 822.1 टन स्वर्ण भंडार था।