अयोध्या: प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में डुबकी लगाने के बाद श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे है। श्रद्धालुओं की भीड़ नया कीर्तिमान भी बना रही है। रामलला के दरबार में भक्तों की भीड़ इस कदर उमड़ रही है कि राममंदिर ट्रस्ट को व्यवस्थाएं बदलनी पड़ी।
मौनी अमावस्या पर प्रयागराज में पवित्र संगम में डुबकी लगाने के बाद शाम से ही श्रद्धालुओं के अयोध्या आने का शुरू हुआ सिलसिला बृहस्पतिवार दोपहर बाद तक जारी रहा। सरकार द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, गत 96 घंटे में करीब 65 लाख श्रद्धालु अयोध्या पहुंच चुके हैं। वहीं, सात दिनों में रामलला के दरबार में 18 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंच चुके हैं।
जानकारी के मुताबिक, 23 जनवरी से ही अयोध्या में श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा है। इन दिनाें रामलला के दरबार में रोजाना ढाई से तीन लाख श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। 26 से 29 जनवरी के बीच रोजाना तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन किए। श्रद्धालुओं में रामलला के दर्शन की ललक को देखते हुए मंदिर सुबह पांच बजे से रात 11 बजे तक निरंतर खुल रहा है। इससे पहले मंदिर सुबह सात बजे से रात 9:30 बजे तक खुलता था।
मंदिर में दर्शन का समय बढ़ाकर किया 18 घंटे
एक बयान के मुताबिक, प्रयागराज में मौनी अमावस्या पर स्नान करने के बाद श्रद्धालु सीधे रामनगरी पहुंच रहे हैं। तड़के चार बजे से ही सरयू के घाटों पर स्नान का सिलसिला शुरू हो जा रहा है और इसके बाद श्रद्धालु हनुमानगढ़ी व राम जन्मभूमि मंदिर का रुख कर रहे हैं। राममंदिर और हनुमानगढ़ी में रोजाना कम से कम तीन लाख श्रद्धालु दर्शन को पहुंच रहे हैं। इसकी वजह से मंदिर में दर्शन का समय बढ़ाकर लगभग 18 घंटे कर दिया गया है।
सीएम योगी खुद दे रहे आदेश
भीड़ के मद्देनजर वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और पूरी रात पैदल गश्त कर व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं अयोध्या जिला प्रशासन को समय-समय पर आवश्यक निर्देश दे रहे हैं। इसके मुताबिक, राम जन्मभूमि मंदिर में पुलिस द्वारा श्रद्धालुओं के लिए पेयजल की व्यवस्था की गई है और मंदिर परिसर में चिकित्सा शिविर भी लगाया गया है। राम मंदिर ट्रस्ट के कर्मचारी और स्वयंसेवकों को श्रद्धालुओं की सेवा में तैनात किया गया है।
बयान के मुताबिक, अयोध्या आने वाले मुख्य मार्ग के थाने और चौकियों के साथ रेलवे से संपर्क कर श्रद्धालुओं की संख्या का पूर्वानुमान भी लगाया जा रहा है। प्रशासन ने बताया कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए गोंडा, अंबेडकरनगर, सुल्तानपुर और लखनऊ रोड पर ‘होल्डिंग एरिया’ बनाया गया है, ताकि भीड़ बढ़ने पर श्रद्धालुओं को वहां रोका जा सके। केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, गोवा, महाराष्ट्र और गुजरात से बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन को अयोध्या पहुंच रहे हैं।