रानू मंडल आज के समय में एक जाना-माना नाम बन चुकीं हैं. ऐसे में रानू करीब 60 साल पहले एक अच्छे परिवार में पैदा हुई थी लेकिन दुर्भाग्य से वे अपने माता-पिता से अलग हो गई.
वहीं उसके बाद उन्होंने एक रसोइये से शादी की, जो मरहूम बॉलीवुड स्टार फिरोज खान के यहां काम करते थे. वहीं शादी के बाद वह पश्चिम बंगाल से मुंबई आ गई, लेकिन उसके बाद उनके परिवार में ‘दरार’ उभरने लगे और इसी के साथ ही जीवन-यापन के लिए उनका संघर्ष भी बढ़ गया. आज रानू मंडल अपनी आवाज के लिए फेमस हो चुकीं हैं और उन्हें खूब पसंद किया जाता है.
ऐसे में हाल ही में रानू ने आईएएनएस से मुंबई से बात की और कहा, “मेरे जीवन की कहानी बहुत लंबी है. मेरे जीवन की कहानी पर एक फिल्म बन सकती है. यह एक खास फिल्म होगी.” इसी के साथ उन्होंने कहा, “मैं फुटपाथ पर पैदा नहीं हुई थी. मैं एक अच्छे परिवार से थी, लेकिन यह मेरी नियति थी, जब मैं अपने माता-पिता से केवल छह महीने के उम्र में अलग हो गई. हमारे पास घर था. लेकिन आप जानते हैं कि उसे चलाने के लिए लोगों की जरूरत होती है. कई दिन अकेलेपन के थे. मैंने बहुत संघर्ष किया, लेकिन हमेशा से मेरा भगवान में भरोसा था. मैं परिस्थितियों के मुताबिक गाना गाती थी. यह ऐसा नहीं था कि मुझे गाना गाने का मौका दिया गया, बल्कि मुझे गाना गाने से प्यार था, इसलिए मैं गाना गाती थी.”
इसी के साथ आगे कहा, “मैं लता मंगेशकर के गाने सीखती थी. उन्होंने मुझे नहीं सिखाया, लेकिन मैंने रेडियो और कैसेट से सीखा. हम शादी के बाद पश्चिम बंगाल से मुंबई शिफ्ट हो गए. मेरे पति फिल्मस्टार फिरोज खान के घर में रसोइया थे. उस समय उनका बेटा फरदीन कॉलेज में था. वे हमारे साथ बहुत अच्छा व्यवहार करते थे, अपने परिवार के सदस्यों की तरह.” रानू आज अपने जीवन में सफलता का स्वाद चख रहीं हैं.