उत्तर भारत में जहां भीषण शीतलहर से लोगों का हाल बेहाल है वहीं मध्य भारत में भी स्थिति ज्यादा बेहतर नहीं है। मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में इस हफ्ते बादलों और बारिश की वजह से पारा गिरा है वहीं शीतलहर ने लोगों के हाड़ कंपा दिए हैं।
वहीं देश के मैदानी इलाकों में कुछ राज्य तो ऐसे हैं जहां पारे ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं और माइनस में चला गया है। इनमें राजस्थान का सीकर और चुरू भी शामिल है जहां गुरुवार रात को तामपान क्रमशः माइनस 0.8 और 0.6 डिग्री पर पहुंच गया।
इसके साथ ही यह देश के मैदानी राज्यों में सबसे ठंडा शहर साबित हुआ है। इसके बाद नंबर है हरियाणा का जहां के हिसार में गुरुवार रात पारा 0.3 डिग्री पर पहुंच गया।
सबसे ठंडे राज्यों के मामले में हरियाणा और राजस्थान में जैसे रेस लगी है क्योंकि टॉप 10 शहरों की लिस्ट में इन दो राज्यों के नाम ज्यादा है। तीसरे नंबर में राजस्थान का गंगानगर है जहां पारा 1.4 डिग्री पहुंच चुका है जबकि हरियाणा के नरनौल में यह 3 डिग्र पर है। मध्यप्रदेश के दतिया में पारा 3.1 रहा जबकि रोहतक में 3.2। अजमेर और पालम में 4 डिग्री और 4.2 डिग्री तापमान दर्ज हुआ है।
मौसम की भविष्यवाणी करने वाले निजी एजेंसी स्कायमेट वेदर के अनुसार, फिलहाल दिल्ली व अन्य राज्यों के शीतलहर से राहत मिलती नजर नहीं आ रही है।
दिल्ली के अलावा हरियाणा और उत्तरी राजस्थान के कुछ और इलाके शीतलहर की चपेट में आ सकते हैं। मौसम विभाग ने पंजाब हरियाणा के अलावा पश्चिमी उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तरी राजस्थान और उत्तरी मध्यप्रदेश के लिए आज से लेकर 28 दिसंबर तक ऑरेंज अलर्ट जारी किया है जिसका मतलब है कि इन दो दिनों में भारी शीतलहर का असर इन राज्यों में रहेगा। वहीं बिहार और उत्तर मध्यप्रदेश को छोड़कर बाकि राज्यों में 29 दिसंबर के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट है।