गणतंत्र दिवस समारोह की शुरूआत में जब राजपथ पर 21 तोपों की सलामी के साथ राष्ट्रगान शुरू हुआ तब देशभक्ति का मानो ज्वार उमड़ पड़ा. 2281 फील्ड रेजीमेंट की सात केनन ने समन्वित तरीके से तोपों की सलामी दी. इसकी शुरूआत राष्ट्रगान के साथ हुई और समापन भी राष्ट्रगान की अंतिम पंक्ति के साथ ही हुआ. 21 तोपों की सलामी की अवधि राष्ट्रगान की अवधि के बराबर ही थी. प्रत्येक तोप को तीन तीन जवानों की एक एक टीम ने संभाल रखा था.
सटीक समय के लिए विशेष घड़ियों का उपयोग किया गया. किसी कारणवश किसी तोप के न चल पाने की स्थिति में जरूरत के लिए अलग से तोप की व्यवस्था भी की गई थी. कुल 52 सेकंड में 21 तोपें दागी गईं. गणतंत्र दिवस के अलावा तोपों का इस्तेमाल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर, 15 जनवरी को सेना दिवस पर, 30 जनवरी को शहीद दिवस पर और राष्ट्रपति भवन में दूसरे देशों के प्रमुखों के स्वागत के लिए किया जाता है.
गूगल डूडल ने बिखेरे गणतंत्र दिवस के रंग
देश शनिवार को 70वां गणतंत्र दिवस मना रहा है और गूगल ने अपना डूडल लोकतंत्र के इस पर्व को समर्पित करते हुए इसमें देश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहरों के साथ ही जैव विविधता को दर्शाया है. डूडल में राष्ट्रपति भवन के सामने विभिन्न रंगों से सजा गूगल लिखा हुआ है जिसका हर एक अक्षर एक कहानी कह रहा है. इसके अलावा पेड़-पौधे और हरियाली भी डूडल में दिखाई गई है. दरअसल गणतंत्र दिवस की पूरी थीम पर्यावरण, आर्किटेक्चर, टेक्सटाइल, वन्यजीवों, स्मारकों और खेती पर आधारित है.
गूगल का पहला अक्षर ‘जी’ हरे रंग में है जिसे गोल्फ लिंक पर दिखाया गया है, ‘एल’ कुतुब मीनार को दिखाता है, चौथे अक्षर ‘जी’ को हाथी की सूंड की आकृति का बनाया गया है जिसके नीचे मोर बना है. दो- ‘ओ’ और ‘ई’ कलाकृतियां तथा देश की धरोहरों को निरूपित करते हैं.
देश भर में गणतंत्र दिवस की धूम
70वें गणतंत्र दिवस का जश्न शनिवार को राजपथ पर कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हुआ. दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा इस समारोह के मुख्य अतिथि हैं. राजपथ पहुंचने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और तीनों सेना प्रमुखों के साथ अमर जवान ज्योति पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी. ध्वजारोहण के दौरान बैंड ने राष्ट्रगान बजाया और 21 तोपों की सलामी दी गई. इसी के साथ तिरंगा भी फहराया गया. इस साल गणतंत्र दिवस की थीम महात्मा गांधी की 150वीं जयंती से जुड़ी है और कई राज्यों की झाकियां राष्ट्रपिता पर हैं.