विकास दुबे के करीबी जयकांत वाजपेयी उर्फ जय वाजपेयी पर शिकंजा कसता जा रहा है. पुलिस ने जय वाजपेयी और उसके तीन भाइयों पर गैंगस्टर की कार्रवाई की है. इन पर गिरोह बनाकर अपराध करने और अवैध संपत्ति इकट्ठा करने का आरोप लगा है. चारों के खिलाफ कानपुर के नजीराबाद थाने में गैंगस्टर की कार्रवाई की गई है.
पुलिस का कहना है कि जय वाजपेयी अपने साथियों के साथ मिलकर सरकारी जमीन पर कब्जा करने के साथ ही गाली-गलौज और मारपीट करके अपने और अपने गैंग के सदस्यों के आर्थिक और भौतिक लाभ के लिए धन अर्जित कर समाज विरोधी काम करता था. इलाके में जय वाजपेयी का भय और आतंक है.
कानपुर पुलिस का कहना है कि जय वाजपेयी के डर से कोई भी उसके खिलाफ कोर्ट में सबूत देने की हिम्मत नहीं करता है. इस वजह से जय वाजपेयी और उसके तीन भाई शोभित, रजयकांत और अजयकांत के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की जा रही है. जय वाजपेयी जेल में बंद है, जबकि बाकी भाईयों की तलाश की जा रही है.
इस बीच पुलिस विकास दुबे के भाई दीप प्रकाश दुबे की संपत्ति को कुर्क करने की कार्रवाई शुरू करने जा रही है. पुलिस की लाख कोशिशों के बावजूद विकास दुबे के भाई दीप प्रकाश दुबे ने ना तो सरेंडर किया है और ना ही पुलिस के सामने आया है. इसके बाद पुलिस ने दीप प्रकाश की संपत्ति कुर्क करने का फैसला किया है.
दरअसल, कानपुर में 2-3 जुलाई की रात बिकरू गांव में जो शूटआउट हुआ था, उसकी जांच को लेकर पुलिस विकास दुबे के भाई दीपप्रकाश दुबे को तलाश रही है, लेकिन दीप प्रकाश 3 जुलाई से ही फरार है. इस बीच दीप प्रकाश की मां ने भी अपील की थी कि वह पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दे.