यूजर्स के दिमाग में लायंस जियो का नाम आते ही एक ही ख्याल आता है कि उनके लिए कुछ सस्ता और बेहतरीन करने की तैयारी की जा रही है. और एक हद तक ये बात सच भी है, फिर वो डेटा प्लान, फीचर फोन या फिर आने वाला गीगा फाइबर सर्विस ही क्यों न हो. JIO की हर बार कोशिश होती है कि कम कीमत में वो यूजर्स को बेहतर सर्विस दे सके। यही वजह है कि जब भारतीय मार्केट से फीचर फोन ने अलविदा किया, तो उसी दोबारा वापसी के लिए रिलायंस ने ‘जियो फीचर फोन’ को बाजार में उतारा. उसकी ये कोशिश थोड़ी मुश्किल थी, लेकिन इन सबके बाद भी हार न मानते हुए 4G में अपने फीचर फोन को थोड़ा मॉडिफाई करते हुई लॉन्च किया.
भारत में इसके साथ ही 4G फीचर फोन का ट्रेंड चल गया और रिलायंस जियो को टक्कर देने के लिए नोकिया समेत कई छोटी-बड़ी कंपनियों ने 4G फीचर फोन को लॉन्च करना शुरू कर दिया, लेकिन नंबर-1 का ताज सिर्फ जियो के सर ही सजा JIO फीचर फोन बना नंबर-1. पहले पायदान पर फोन बाजार में साल 2019 की पहली तिमाही में Reliance Jio Phone 30 फीसदी हिस्सेदारी के साथ है. भारतीय बाजार में 2019 की पहली तिमाही में Xiaomi का 29 फीसदी हिस्सेदारी रहा है, जबकि पिछले साल 31 फीसदी हिस्सेदारी था. बता दें कि 5 साल में पहली शाओमी का मार्केट शेयर कम हुआ है. और 2 फीसदी की गिरावट दर्ज की गयी है.वहीं दूसरा स्थान पर सैमसंग है जिसने भारतीय मार्केट में 23 फीसदी हिस्सेदारी हासिल की है, जो पिछले साल की तुलना में 3 फीसदी कम है. सैमसंग का मार्केट शेयर 2018 के पहले तिमाही ने 26 फीसदी था.