नकदी समस्या सहित कई तरह की समस्याओं से घिरी प्राइवेट सेक्टर की एयरलाइन कंपनी जेट एयरवेज के जून तिमाही के वित्तीय परिणामों में और देरी होगी। एक बयान में कहा गया है कि परिणाम को अभी अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है और प्रक्रिया में समय लग रहा है।
दिवाला प्रक्रिया से गुजर रही जेट एयरवेज से जुड़े मुद्दों को अब समाधान पेशेवर आशीष छावछारिया देख रहे हैं। एयरलाइन की विमान परिचालन सेवाएं 17 अप्रैल से निलंबित हैं। छावछारिया ने शेयर बाजारों को जानकारी दी है कि दिवाला प्रक्रिया शुरू होने से पूर्व कंपनी के निदेशकों, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, मुख्य वित्तीय अधिकारी, कंपनी सेक्रेटरी और शीर्ष प्रबंधन से जुड़े लोगों ने इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा, ‘जुलाई के मध्य तक डेटा तक पहुंच नहीं थी। लंबित चीजों के चलते 30 जून, 2019 को समाप्त तिमाही के वित्तीय परिणाम तैयार नहीं हो सके हैं। उन्हें अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है।’
उन्होंने कहा कि सेबी एलओडीआर (सूचीबद्धता जवाबदेही और खुलासा अनिवार्यता) की नियम संख्या 33 के तहत जरूरी अनिवार्यताओं को तय समय में पूरा नहीं किया जा सकता है। इन अनिवार्यताओं के मुताबिक सूचीबद्ध कंपनियों को एक निश्चित समय के भीतर तिमाही परिणामों की जानकारी देनी होती है। कंपनी ने 14 अगस्त के एक पत्र के जरिए शेयर बाजारों को यह जानकारी दी है। जेट एयरवेज के लिए बोली जमा करने की आखिरी तारीख 10 अगस्त को समाप्त हो गयी।