भारत की बात करें तो यहां का देह व्यापार करीब 8.4 अरब डॉलर का माना जाता है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में 2013 में तकरीबन साढ़े 6 करोड़ लोगों की तस्करी की गई। इन में से अधिकतर बच्चे हैं जिन्हें देह व्यापार, बंधुआ मजदूरी या भीख मांगने के काम में लगाया गया। वाक फ्री फाउंडेशन के 2014 के ग्लोबल स्लेवरी इंडैक्स के मुताबिक, भारत में 1.4 करोड़ से अधिक लोग आधुनिक गुलामी में जकड़े हुए हैं। वेश्यावृत्ति को कानूनी जामा पहनाने के लिए यहां लंबे समय से एक पक्ष मांग कर रहा है। बावजूद इस के, देश में आज भी इस कारोबार में कोई भी लड़की या औरत मरजी से नहीं आती, या तो हालात उन्हें इस धंधे में ले आते हैं या फिर उन्हें बेच दिया जाता हैं। भारत की तरह फिलीपींस और तुर्की जैसे देशों में गरीबी और मजबूरी की मार झेल रही नाबालिग लड़कियां देह व्यापार का हिस्सा बन रही हैं। लेकिन नेपाल की कहानी तो सब से बुरी है। वहां गरीबी और भूकंप की त्रासदी झेल रहे परिवार अपनी ही बेटियों का सौदा करने को मजबूर हैं।
14 साल की लड़की की बात सुन उड़े पुलिस के होश
धनुकी सिसकसिसक कर रो रही थी। उस के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। पुलिस वाले कुछ भी पूछते तो उस की सिसकियां तेज हो जाती थीं। आंसू और सिसकियों के बीच वह कुछ बोलती तो समझ में कुछ नहीं आता। पुलिस वाले भी परेशान थे कि इस लड़की को किस तरह से चुप कराएं। करीब एकडेढ़ घंटे के बाद जब उस का रोना बंद हुआ तो उस 14 साल की मासूम लड़की ने जो कुछ कहा, उसे सुन कर पुलिस वालों के भी होश उड़ गए।
नेपाल की रहने वाली है इस लड़की को बहला फुसला कर भारत लाया उसका दोस्त
उस ने कहा, ‘‘मैं नेपाल के रौटहट की रहने वाली हूं और जिला स्कूल में पढ़ती हूं। मेरे स्कूल के दोस्त सत्येंद्र ने मुझ से कहा था कि हम दोनों के घर वाले हमारा विवाह नहीं होने देंगे, इसलिए हम लोग घर से भाग जाते हैं और भारत में जा कर शादी कर लेंगे। ‘‘सत्येंद्र ने कहा कि पटना में एक उस का पहचानवाला है। वह शादी का सारा इंतजाम करा देगा। हम दोनों पटना आ गए। यहां आने पर उस की नीयत बदल गई।
अपने दोस्तों के साथ करवाता था गन्दा काम
वह मुझ से गंदे काम करने के लिए कहता था। जब मैं शादी की बात करती तो वह बहाने बनाने लगा। कुछ दिनों के बाद उस के साथ 2-4 लड़के भी आने लगे। वे लोग मेरे साथ छेड़छाड़ करने लगे। डर से मेरी आवाज नहीं निकलती थी। वे लोग जोरजबरदस्ती करते और फिर चले जाते। कई दिनों तक ऐसा ही चलता रहा। सत्येंद्र कभीकभी ही मिलने आता और कहता था कि वह मुझे रानी बना कर रखेगा, मैं राज करूंगी।
मौका पाकर उनके चंगुल से भागी लड़की
एक दिन मौका मिलते ही मैं कमरे से भाग निकली और थाने आ गई। धनुकी की दास्तान को सुन कर पुलिस वाले भी चकरा गए। पुलिस अफसरों के दिमाग घूमने की वजह यह नहीं थी कि किसी लड़की को बहलाफुसला कर जिस्म के धंधे में धकेल दिया गया, बल्कि वे इस बात को ले कर चकराए थे कि 14-15 साल के बच्चे भी ट्रैफिकिंग के धंधे में लगे हुए हैं। आमतौर पर इतनी कम उम्र के लड़कों पर इन मामलों में पुलिस को शक नहीं होता है।
कुछ समय पहले भी एक नाबालिक नेपाली लड़की के साथ हुआ था ऐसा
कुछ इसी तरह पिछले साल 24 अगस्त को 15 साल की नाबालिग नेपाली लड़की जानकी को बहलाफुसला कर उस का पड़ोसी उसे ले भागा। नेपाल से उसे भगा कर वह पटना पहुंचा। 10वीं क्लास में पढ़ने वाली जानकी नेपाल के बीरगंज उपमहानगर पालिका क्षेत्र की रहने वाली है। उस के घर के पास ही रहने वाला विकास कुमार सोनी उस से शादी करने का झांसा दे कर उसे अपने साथ भगा ले गया।