भारत और पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटरों में इस समय खूब कहा-सुनी चल रही है। चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी को लेकर और अपनी टीम के खराब प्रदर्शन को लेकर बौखलाया पाकिस्तान भारत पर लगातार हमले कर रहा है। हाल ही में पाकिस्तान के पूर्व ऑफ स्पिनर सकलैन मुश्ताक ने कहा था कि भारतीय टीम पाकिस्तान से अगर तीनों फॉर्मेट में 10-10 मैच खेल तो उसे हकीकत पता चल जाए। इस बात को लेकर युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह उन पर जमकर बरसे हैं।
योगराज सिंह ने पाकिस्तान को उसका इतिहास याद दिला दिया और कहा कि उसे भारत से काफी कुछ सीखने की जरूरत है। पाकिस्तान के पास चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी थी, लेकिन बीसीसीआई ने सुरक्षा कारणों से टीम इंडिया को वहां भेजने से मना कर दिया था। इसी कारण भारत ने सारे मैच दुबई में खेले। पाकिस्तान को उम्मीद थी कि फाइनल उसके ही देश में होगा, लेकिन भारत के खिताबी मुकाबले में पहुंचने के बाद उससे इसकी मेजबानी भी छिन गई।
ये बात पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और उसके देश के कई पूर्व खिलाड़ियों को हजम नहीं हो रही है और वह खिसियानी बिल्ली की तरह ऊल-जलूल बयान दे रहे हैं।
सुधरा नहीं है पाकिस्तान
सकलैन ने इसी खिसियाट में बयान दिया है जिसका जवाब योगराज ने दिया है। योगराज ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, “मैंने सकलैन का बयान पढ़ा। आप क्या कहना चाहते हैं? ये लोग जानते नहीं है कि हौसलअफजाई कैसे की जाती है। ये लोग सिर्फ बोलते हैं और इसलिए काफी मुंह बंद हो जाते हैं। उन्होंने 78 साल में कुछ नहीं सीखा। मैं उन्हें क्या सिखा सकता हूं? जो लोग अपने खिलाड़ियों को गाली देते रहते हैं, आप उन्हें क्या ही सिखा सकते हैं?”
योगराज ने आगे कहा, “उन्हें भारत और इसकी सरकार से सीखना चाहिए कि देश कैसे चलाया जाता है। जब भारत, पाकिस्तान से खेलता है तो ऐसे लगता है कि भारत किसी लोकल टीम से खेल रहा है। उन्हें हमारी बी टीम से खेलना चाहिए।”
ग्रुप स्टेज से हुआ बाहर
पाकिस्तान की चैंपियंस ट्रॉफी में बुरी तरह से फजीहत हुई है। मेजबान होने के बाद भी फाइनल में उसके क्रिकेट बोर्ड का कोई भी अधिकारी मौजूद नहीं था। मेजबान बेशक पाकिस्तान था, लेकिन उसकी चल नहीं रही थी। पीसीबी की उम्मीदें अपनी टीम से थी कि वह अच्छा खेले और कुछ लाज बच जाए। टीम से फाइनल खेलने की उम्मीद थी जो हुआ नहीं और ये टीम ग्रुप स्टेज में दो मैच हार कर बाहर हो गई थी।