यकीन करना मुश्किल है कि कोई मां भी इतनी निदर्यी हो सकती है। यहां पड़ोसी से बदला लेने की नीयत से एक बेरहम महिला ने पांच साल की बेटी को पानी की टंकी में फेंक दिया। इसके बाद उसने चार बार जाकर देखा कि बच्ची जिंदा है या मर गई। बच्ची की किस्मत अच्छी थी कि टंकी में एक से डेढ़ फीट पानी ही था। महिला ने बच्ची के हाथ रस्सी से बांध दिया और मुंह पर भी कपड़ा बांध दिया था। बच्ची पानी में गीला होने के बाद मुंह पर बंधा कपड़ा हट गया तो उसने शोर मचाया तो उसकी जान बच गई। उसे करीब 20 घंटे बाद टंकी से निकाला गया। मामले का खुलासा होने के बाद भी इस महिला को अपनी करतूत पर कोई अफसोस नहीं है।
इस बेरहम महिला ने पूछताछ में जब पूरी घटना के बारे में खुलासा किया तो पुलिसकर्मी भी दंग रह गए। महिला ने कहा कि बेटी को फेंकने के बाद वह चार बार टंकी के पास गई थी। उसने टंकी का ढक्कन खोलकर देखा भी कि बेटी मर गई है या जिंदा है। चारों बार वह जिंदा ही दिखी। उसके बाद बिना तरस खाए वह नीचे चली जाती थी और बेटी के गुमशुदा होने की बात कहकर रोने का नाटक करने लगती थी।
सुमन नामक की इस महिला ने यह खौफनाक कदम उठाने का जो कारण बताया वह भी बेहद चौंकाने वाला था। उसने बताया कि वह पड़ोसी के यहां रुपये चोरी करते हुए पकड़ी गई। पड़ोसी ने इस दौरान उसे काफी अपमानित किया। इसके साथ ही नाराज पति ने कहा कि वह अपने दोनों बच्चों को लेकर कहीं चला जाएगा। महिला ने बताया कि वह अपने बच्चों से दूर नहीं होना चाहती। उसी कारण सोचा कि एक बेटी को मारकर उसका इल्जाम पड़ोसी पर लगा दूंगी और बाद में पति और बेटे के साथ हंसी-खुशी रहेगी।
महिला ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह पति से दूर करने वाले पड़ोसी गुरनाम सिंह को हर हाल में सबक सिखाना चाहती थी।अपनी ही बेटी पर दिखाई इस निर्दयता को लेकर आरोपित सुमन को कोई अफसोस नहीं था। उसने कहा, चोरी पकडऩे जाने के बाद ननद व पति के सामने हुई मेरी जो बेइज्जती हुई उसका बदला लेना जरूरी था। दूसरी तरफ सुमन के पति गुरप्रीत सिंह ने कहा कि उसकी पत्नी को झूठ बोलने व चोरी करने की आदत थी। परिवार के लोग उसकी इस आदत से पहले भी परेशान थे, लेकिन कभी नहीं सोचा था कि वह अपनी बच्ची की ही जान लेने की कोशिश करेगी।
बच्ची ने सुनाई रूह कंपानेवाली आपबीती
मां की हैवानियत की शिकार हुई बच्ची ने राेंगटे खड़ी करने वाली आपबीती सुनाई। बच्ची अभी भी सहमी हुई है। उनसे बताया कि वह सो रही थी और इसी कारण उसे मां द्वारा टंकी में डालने के बारे में नहीं पता चला। जब उसकी नींद खुली तो पाया कि उसका मुंह बंद है। हाथ भी बंधे हुए थे, ऐसे में वह मुंह नहीं खोल सकी लेकिन पानी में गीला होने के कारण कपड़ा ढीला होकर धीरे-धीरे उतर गया। उसके बाद जैसे ही मुंह खुला तो उसने शोर मचाना शुरू कर दिया। कई घंटो तक वह रोती रहीं और चिल्लाती रही लेकिन किसी ने आवाज नहीं सुनी।
पुलिस को आशंका-कोई और भी वारदात में शामिल
थाना सदर समाना के इंचार्ज गुरदीप सिंह ने कहा कि आरोपित महिला के साथ किसी अन्य व्यक्ति के भी शामिल होने की आशंका है। उसी कारण उन्होंने आरोपित सुमन को लेकर तीन दिन का रिमांड हासिल किया है।
यह है मामला
समाना के गांव रौंगला के गुरप्रीत सिंह की पत्नी सुमन गर्मियों की छुट्टियों के कारण मायके गांव आलमपुर आई हुई थी। यहां उसने पड़ोसी गुरनाम सिंह के घर से चार हजार रुपये चोरी कर लिए। गुरनाम सिंह के आठ साल के बच्चे ने सुमन को रुपये चुराते देख लिया और पिता को बता दिया तो सुमन ने रुपये लौटा दिए। सुमन के पति गुरप्रीत को जब इस बारे में पता चला तो उसने चेतावनी दी कि यदि उसेन सच में चोरी की है तो उसे घर लेकर नहीं आएगा। बच्चों को खुद से दूर जाते व पति के सामने हुई शर्मिंदगी का बदला लेने के लिए उसने खौफनाक कदम उठाने की सोची।
महिला ने 8 जुलाई को बच्ची को पड़ोसी के घर की तीसरी मंजिल पर बनी पानी की टंकी में फेंक। टंकी में बेटी को फेंकने के बाद उसने पति को फोन किया कि बेटी लापता हो गई है। महिला के पति गुरप्रीत सिंह निवासी ने बेटी के लापता होने की मामला समाना के सदर थाना में दर्ज करवा दिया।
पुलिस इस केस में छानबीन कर रही थी कि 9 जुलाई की सुबह पांच बजे थाने में गुरनाम सिंह ने फोन करके कहा कि उसकी पानी वाली टंकी से किसी बच्चे की आवाज आ रही है। पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और टंकी से बच्ची को निकाला। पुलिस ने बच्ची की मां सुमन से सख्ती से पूछताछ की तो उसने जुर्म कबूल कर लिया। इसके बाउ पुलिस ने सुमन के खिलाफ किडनैपिंग, साजिश रचने व अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया।