इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भारत दौरे पर आए हुए हैं. खास बात ये है कि नेतन्याहू इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक खास तोहफा भी देंगे. बताया जा रहा है कि ये तोहफा नेतन्याहू के रवाना होने से पहले ही भेज दिया गया है. आइए जानते हैं वो तोहफा क्या है और क्यों खास है?
खबरें हैं कि नेतन्याहू मोदी के एक लिए एक जीप लेकर आ रहे हैं और यह जीप कोई मामूली जीप नहीं है. ये वो ही जीप है, जिसमें नरेंद्र मोदी और इजरायली प्रधानमंत्री ने मोदी के इजरायल दौरे के समय सवारी की थी. नेतन्याहू ने खुद इस जीप को चलाकर मोदी को ओलगा बीच की सैर करवाई थी.
इस जीप की खास बात ये है कि यह जीप समुद्र के खारे पानी को पीने लायक शुद्ध पानी बना देती है. मोदी ने खुद इस जीप से साफ किए हुए पानी को पिया भी था और इसका नमूना भी देखा था. इजरायल से भारत आने वाली इस जीप से भारत पानी की कुछ दिक्कत दूर कर सकता है.
बता दें कि इस जीप की कीमत 3.9 लाख शेकेल है. यानी भारतीय मुद्रा के अनुसार यह 70 लाख रुपये की जीप है, जो खारे पानी को पीने योग्य बनाती है. यह जीप जीएलमोबाइल की है.
कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक, यह जीप मोबाइल रुप में काम करती है, यानि इसे कहीं भी ले जाया जा सकता है और इसे किसी एक स्थान पर सैट-अप करने की आवश्यकता नहीं है. साथ ही यह ऑटोमैटिक है, जिससे इसका इस्तेमाल करना मुश्किल नहीं है.
वजन-वजन के मामले में भी यह जीप बहुत आधुनिक है. इसका कुल वजन 3395 पाउंड यानि 1540 किलो है. जिससे कि इसके ट्रांसपोर्ट में दिक्कत भी नहीं होती.
यह मशीन किसी भी जल स्त्रोत- नदी, झील, महासागर, ब्रैकिश वॉटर, कुएं आदि से पानी ले सकती है.
इस मशीन की ओर से शुद्ध किया गया पानी डब्ल्यूएचओ के मानकों पर खरा उतरता है, इसलिए इसे बेफिक्र होकर पीया जा सकता है.
मशीन में ये खास बात है कि इसको सेट-अप करने के बाद इस पर ज्यादा खर्च नहीं करना पड़ता. यह मशीन खुद ही अपने लिए बिजली का उत्पादन कर लेती है.
इस मशीन को किसी भी मौसम में काम में लिया जा सकता है और इसकी स्पीड 90 किलोमीटर प्रति घंटा है.
पानी का साफ करने वाली इस मशीन को स्थापित करने में महज आधे घंटे का वक्त लगता है और दो आदमी ही इसे ऑपरेट कर सकते हैं.
इस मशीन में 265 गैलन (1000 लीटर) से 2650 गैलन तक पानी स्टोर किया जा सकता है. अगर इस मशीन की परिभाषा दें तो यह मशीन इजी टू स्टोर, इजी टू कैरी और शिप है.