बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने कहा है कि उन्होंने पिछले साल एंटी-सीएए प्रदर्शनकारियों के खिलाफ जो भी भड़काऊ बयान दिया था, उससे उन्हें कोई अफसोस नहीं है। साथ ही कहा है कि यदि जरूरत पड़ी तो वह फिर इस तरह की बात बोलेंगे। पिछले साल दिल्ली दंगों से एक दिन पहले ही कपिल मिश्रा ने जो बयान दिया था, माना जाता है कि उसके बाद से दिल्ली का माहौल गर्म हो गया था।
वह दिल्ली दंगों की बरसी पर कॉन्सटीट्यूशन क्लब में आयोजित एककार्यक्रम में बोल रहे थे। कपिल मिश्रा ने दिल्ली दंगे में इस्तेमाल हुई आम आदमी पार्टी के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन के घर को गिराने के लिए दिल्ली के एलजी अनिल बैजल को एक चिट्ठी भी लिखी है।
अपनी चिट्ठी में कविल मिश्रा ने लिखा है कि यह पत्र अत्यंत दु:ख, क्षोभ व आक्रोश की भावना से, न्याय व कानून के पालन की प्रार्थना करते हुए लिख रहा हूं। यह बिल्डिंग किसी भी कानून के मुताबिक मौजूदा स्थान पर नहीं होनी चाहिए।
कपिल मिश्रा ने लिखा है कि आज से ठीक एक साल पहले दिल्ली में भयानक दंगे व हत्याएं की गईं। सीएए विरोध के नाम पर हिंसा व आतंक का खुला खेल खेला गया। उन्ही दंगो में चांद बाग स्थित ताहिर हुसैन की अवैध बिल्डिंग को हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया गया। टीवी चैनलों पर दिखाए वीडियो के अनुसार ताहिर हुसैन की बिल्डिंग पर बम, एसिड, पत्थरों के ढेर लगाए गए, हत्या व विध्वंस के इरादे से बड़ी गुलेल लगाई गई।
इसी बिल्डिंग का इस्तेमाल भयानक आतंक फैलाने के लिए किया गया। आईबी के बहादुर अफसर अंकित शर्मा की नृशंस हत्या भी इसी बिल्डिंग में की गई। ये बिल्डिंग अवैध है, गैर कानूनी है और आज भी एक एक भयानक खतरे के तौर पर खड़ी है। इसलिए आपसे निवेदन हैं कि कानून का पालन सुनिश्चित करवाते हुए इस अवैध इमारत को तुरंत गिराने का आदेश दीजिए।
कपिल ने एलजी से कहा है कि यह बिल्डिंग किसी भी कानून के मुताबिक वहां नहीं होनी चाहिए। उन्होंने अपनी चिट्ठी में दिल्ली के सभी नागरिकों की तरफ से आशा व प्रार्थना की है कि ताहिर हुसैन की इस अवैध, हत्यारी बिल्डिंग को गिरा दिया जाए।