शादी समारोह में लोग वर-वधु को आकर्षक गिफ्ट देते हैं. इसके उलट एक युवक ने अपनी शादी में गिफ्ट के रूप में पुरानी पुस्तक देने का आग्रह किया है.
जरूरतमंद स्कूली बच्चों और कॉलेज के छात्र-छात्राओं के लिए पुरानी पुस्तकें जुटा कर उन्हें मदद करने का बीड़ा उठाने वाले युवा इंजीनियर प्रशांत महतो ने वह अपनी शादी के अवसर को भी अपने अभियान से जोड़कर बच्चों को लाभ पहुंचाना चाहते हैं.
प्रशांत की 18 अप्रैल को शादी होनी है, 19 को दीपका में ही रिसेप्शन है. शादी के लिए आमंत्रण पत्र में मेहमानों से आकर्षक गिफ्ट के बजाय अपने साथ पुरानी किताब लाने का आग्रह किया गया है.
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आमंत्रण पत्र में उल्लेख
छत्तीसगढ़ में कोरबा के आजाद चौक दीपका कॉलोनी निवासी प्रशांत महतो सिविल इंजीनियर हैं. प्रशांत ने अपनी शादी के कार्ड और रिसेप्शन के निमंत्रण पत्र में लिखा है कि मेहमान अपनी नई या पुरानी किताबें उपहार स्वरूप दें. जिसे वे अपनी संस्था चरामेती के माध्यम से जरूरतमंद छात्र-छात्राओं को देंगे.
जरूरतमंद छात्रों की मदद
प्रशांत की यह मुहिम पिछले दो साल से जारी है, जिसे हर साल एक हजार से ज्यादा दानदाताओं का योगदान मिलता है. उन्होंने और उनकी टीम के सदस्यों ने 50 हजार से ज्यादा किताबों का कलेक्शन कर रखा है.
उनकी संस्था चरामेती से 550 से ज्यादा वालंटियर जुड़े हैं और बीते शैक्षणिक सत्र में उनकी टीम ने शासकीय स्कूलों के 850 बच्चों को किताबें उपलब्ध कराई थी, छत्तीसगढ़ के जिलों में एक-एक कलेक्शन सेंटर हैं, जहां किताबें दान करने के साथ जरूरतमंद बच्चे जरूरत की किताब ले जाते हैं.