दरअसल, प्रदेश कांग्रेस ने कई सीटों पर हाईकमान को सिर्फ एक नाम का पैनल भेजा है। इनमें मुरादाबाद, बरेली, इटावा और वाराणसी सीट भी शामिल हैं। राजबब्बर के लिए मुरादाबाद सीट सबसे मुफीद मानी गई है। यह सीट वर्ष 2009 में भी कांग्रेस के पास रही थी। तब पूर्व क्रिकेटर अजहरुद्दीन वहां से जीते थे।
इटावा सुरक्षित सीट से भी सिर्फ एक नाम कांग्रेस प्रवक्ता अशोक सिंह का भेजा गया है। उनकी पैरवी हाल ही कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय का नया मीडिया सेंटर का निर्माण कराने वाले राजधानी के एक बड़े घराने ने की थी। पैनल में सिंगल नाम वाली लोकसभा सीटों में इलाहाबाद भी शामिल है। यहां से पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री के पुत्र अनिल शास्त्री को लड़ाया जाएगा।
इसी तरह से प्रतापगढ़ से पूर्व एमपी रत्ना सिंह का अकेला नाम भेजा गया है। मिर्जापुर से भी सिर्फ पूर्व विधायक ललितेश त्रिपाठी का नाम हाईकमान को भेजा गया है। सीतापुर से पैनल में तीन नाम भेजे गए हैं, पर हाल ही में पार्टी में शामिल हुई कैसर जहां को टिकट मिलने की ज्यादा संभावना है।