भावनगर के घोघा से भरुच के दाहेज तक शुरू हुई रो रो फेरी में अब यात्रियों के साथ ट्रक, बस, कार व दोपहिया वाहन भी ले जा सकेंगे। रो रो फेरी की कारगो सर्विस का उद्घाटन मुख्यमंत्री विजय रूपाणी शनिवार को करने वाले हैं।
सौराष्ट्र से दक्षिण गुजरात तक पहुंचने के लिए करीब 10 घंटे में 336 किमी सड़क मार्ग को पार करना पड़ता है, लेकिन घोघा से दाहेज समुद्री मार्ग से महज दो घंटे में 36 किमी दूरी पार कर पहुंचा जा सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अक्टूबर 2017 में इस सेवा की शुरुआत की थी। इंडिगो सीवे के मुख्य प्रबंध निदेशक चेतन कॉन्ट्राक्टर ने बताया कि 27 अक्टूबर से रो रो फेरी से 60 ट्रक, 7 बस,40 कार व 40 दोपहिया वाहन भी लोड़ करके ले जा सकेंगे। उनका दावा है कि देश में पहली बार इस तरह की सेवा की शुरुआत की जा रही है। भविष्य में इस सेवा से हजीरा सूरत, पीपावाव, दीव, गोवा, मुंबई आदि शहरों को भी जोड़ने की योजना है।
गुजरात मेरी टाइम बोर्ड के शरद सारंगधरन बताते हैं कि गुजरात सरकार ने घोघा व दाहेज में पोर्ट व जेटी तैयार की है, जिसकी सालाना रॉयल्टी फेरी कंपनी सरकार को देती है। सड़क मार्ग के विकल्प के रूप में समुद्र मार्ग काफी किफायती व आरामदायक होने के साथ ईको फ्रेंडली भी है। अमेरिका व यूरोप के कई देशों में इस तरह के परिवहन को पसंद किया जाता है। भारत में धीरे-धीरे इसके प्रति लोगों का आकर्षण बढ़ रहा है।
टग बोट डूबी
गुरुवार को घोघा दाहेज के बीच कारगो रो रो फेरी की ट्रायल के दौरान इसके आगे चलने वाली टग वेसल बोट डूब गई, जिससे इसमें सवार 7 लोग जगेश्वर के पास समुद्र में गिर गए। इनमें से 6 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया, लेकिन एक की तलाश अभी जारी है। मुख्यमंत्री रूपाणी इस सेवा का शनिवार को उद्घाटन करने वाले हैं।