एंटीलिया मामले से जुड़े मनसुख हिरेन हत्या केस में महाराष्ट्र ATS को नया सबूत मिला है. मंगलवार को ATS को दमन में एक गाड़ी मिली है. जानकारी के मुताबिक, इस गाड़ी का इस्तेमाल महाराष्ट्र पुलिस के अफसर सचिन वाजे ने किया था. इतना ही नहीं, सचिन वाजे को लेकर एक और जानकारी आई है जिसके मुताबिक वह फाइव स्टार होटल में फर्जी आधार कार्ड दिखाकर रुका हुआ था.
सूत्रों की मानें, तो दमन से जो वॉल्वो कार मिली है उसकी तलाश एनआईए की टीम भी कर रही थी. ऐसे में अब इस गाड़ी को जब्त कर लिया गया है, साथ ही आगे की जांच शुरू कर दी गई है.
आपको बता दें कि एंटीलिया के सामने जो कार बरामद हुई थी, उसके कुछ दिन बाद ही मनसुख हिरेन का शव भी मिला था. बाद में जांच में पाया गया कि मनसुख हिरेन की हत्या की गई है.
इस मामले की जांच महाराष्ट्र एटीएस कर रही है, बीते दिन ही ये जांच मुंबई से गुजरात पहुंची थी. जहां एटीएस की टीम ने कई सिम बरामद किए थे और लोगों से पूछताछ शुरू कर दी थी.
दरअसल, इस मामले में पुलिस को सबूत मिला था कि जो संदिग्ध सिम थे, उन्हें अहमदाबाद से खरीदा गया था. यही कारण रहा कि एटीएस की टीम गुजरात पहुंची थी. इस हत्याकांड के आरोप में पकड़े गए दो आरोपियों में से एक ने गुजरात से सिम खरीदने की बात कबूल की थी.
इसके अलावा इस पूरे कांड में एक और जानकारी सामने आई है. सूत्रों की मानें, तो सचिन वाजे मुंबई के एक फाइव स्टार होटल में फर्जी आधार कार्ड के सहारे ठहरा हुआ था. एनआईए ने अब फर्जी आधार कार्ड को जब्त कर लिया है.
गौरतलब है कि महाराष्ट्र पुलिस के अफसर सचिन वाजे को लेकर लगातार विवाद हो रहा है. पहले उनका नाम एंटीलिया मामले में आया, उसके बाद महाराष्ट्र एटीएस ने मनसुख हिरेन मामले में भी सचिन वाजे को मुख्य आरोपी माना. सचिन वाजे अभी एनआईए की कस्टडी में हैं और 25 मार्च तक सलाखों के पीछे ही रहेंगे.