प्रवासी मजदूरों को बस, ट्रेन और हवाई जहाज से देश के अलग राज्यों में उनके घरों तक पहुंचाने के के चलते शिवसेना की आलोचना का शिकार बनने के बावजूद सोनू सूद द्वारा मजदूरों की मदद करने का सिलसिला बदस्तूर जारी है.
सोनू सूद ने मजदूरों की मदद करने के लिए आज एक बार फिर से हवाई जहाज का सहारा लिया. आज सुबह 7.00 बजे की एयर एशिया की प्लाइट से सोनू सूद ने 180 मजदूरों को मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज हवाई अड्डे से असम के सिचलर के लिए रवाना किया. इस मौके पर सोनू सूद खुद एयरपोर्ट पर मौजूद थे.
उल्लेखनीय है सोनू सूद ने जिन 180 मजदूरों को फ्लाइट से रवाना किया, वे सभी मजदूर पुणे में काम करते थे और अपने घरों के लिए जाने के लिए ट्रेन पकड़ने की आस में मुंबई आए हुए थे.
मगर ‘निसर्ग’ तूफान के चलते ये सभी मजदूर 3 जून से मुंबई के बांद्रा इलाके में फंसे हुए थे. बांद्रा रेलवे स्टेशन के पास दिन गुजार रहे इन सभी मजदूरों को खाने खिलाने से लेकर उनके रहने का इंतजाम सोनू सूद और सामाजिक कार्यों में उनकी पार्टनर नीति गोयल ने मिलकर किया.
न्यूज़ से कहा, “तूफान और बारिश की वजह से मुंबई में फंसे इन मजदूरों के बारे में जब हमें पता चला कि ये सभी बांद्रा में फंसे हुए हैं, तो हमने इनको खाना खिलाने से लेकर सभी का चेम्बूर इलाके में रहने का इंतजाम किया और आखिरकार आज इन्हें फ्लाइट के जरिए असम के सिलचर के लिए रवाना किया.”
बता दें कि सोनू सूद और नीति गोयल ने दो हफ्ते पहले फ्लाइट के जरिए एर्नाकुलम में फंसी 177 लड़कियों को कोच्चि से भुवनेश्वर पहुंचाने में मदद की थी, तो वहीं 5 जून को एयर एशिया की फ्लाइट से मुम्बई से देहरादून के लिए 180 मजदूरों को भेजने का इंतजाम किया था, जिनमें अधिकत्तर बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं का शुमार था.
वहीं सोनू सूद ने असम के इन प्रवासियों की मदद करने पर कहा, “हम इन असम के प्रवासियों को उनके परिवारों के साथ फिर से मिलने में मदद करना चाहते थे और इसलिए ही हमने उनके लिए एक स्पेशल फ्लाइट की व्यवस्था करने का फैसला किया.
मैं उनके मुस्कुराते चेहरों को देखकर बेहद भावुक था क्योंकि वे हवाई यात्रा का अनुभव करने के लिए उत्साहित थे और अंततः अपने परिवार और दोस्तों से मिले. मुझे खुशी है कि जब इस मुश्किल वक्त में उन्हें मदद की जरुरत थी तो मैं वहां मौजूद था.”