सांची और खजुराहो घूमने आने वाले विदेशी पर्यटकों का RTPCR टेस्ट किया जाएगा। चीनी इन्फ्लूएंजा से बचाव के लिए एहतियात के तौर पर यह कदम उठाया जा रहा है। दरअसल, चीन से बड़ी संख्या में पर्यटक सांची के स्तूप और खजुराहो के टेंपल देखने के लिए हर साल मध्यप्रदेश पहुंचते हैं। चीन में इन दिनों फेफड़ों से जुड़ी एक नई और रहस्यमई बीमारी का प्रभाव है, जिसका असर एमपी में भी पड़ सकता है। ऐसे में बचाव के लिए RTPCR टेस्ट किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक यहां आने वाली अंतरराष्ट्रीय उड़ान के 2% यात्रियों का RTPCR टेस्ट किया जाएगा। बता दें, भारत सरकार ने पहले ही राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एडवाइजरी जारी कर दी है। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने पब्लिक हेल्थ सिस्टम को अपडेट रहने को कहा है। ताकि हर आपातकालीन स्थिति से निपटा जा सके।
लिए जाएंगे सैंपल
इधर, चीनी इन्फ्लूएंजा से निपटने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य विभाग ने पहले से ही कोविड जैसी तैयारियां शुरू कर दी हैं। विभाग इस बार किसी प्रकार की कोई लापरवाही या चूक करने के मूड में नहीं है। इस चीनी इन्फ्लूएंजा से सुरक्षा करने के लिए हर पॉजिटिव टेस्ट को जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा। इतना ही नहीं सीवेज और वेस्ट वॉटर के भी सैंपल लिए जाएंगे।
ऑनलाइन पोर्टल पर डाटा दर्ज
इधर, प्रदेश का स्वास्थ्य महकमा भी इस नई बीमारी के चलते अलर्ट हो गया है। सर्दी, बुखार, जुकाम, फेफड़ों में जलन मामलों में कोरोना जैसी निगरानी की जाएगी। बच्चों को सांस लेने में दिक्कत आने वाले मामलों में कोविड गाइडलाइन का पालन कराने की सलाह दी गई है। बीमारी से जुड़ा डाटा ऑनलाइन पोर्टल पर दर्ज करने के भी निर्देश दिए गए है।
दी गई है ये सलाह
फेफड़ों से संबंधित इस बीमारी से बचाव के लिए डॉक्टरों का कहना है कि मास्क लगा कर रखें। घर और ऑफिस में प्रोपर वेंटिलेशन रखें। सर्दी खांसी बुखार होने पर डॉक्टर को दिखाएं।