भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) कोरोना वैक्सीन से जुड़ी हर जानकारी देने के लिए एक पोर्टल तैयार कर रही है। अगले हफ्ते तक यह पोर्टल चालू भी हो जाएगा। इस पर भारत के साथ ही विदेश में बनने वाली कोरोना वैक्सीन की जानकारी अंग्रेजी समेत कई क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध होगी। आइसीएमआर में महामारी विज्ञान व संचारी रोग विभाग के प्रमुख समीरन पांडा ने कहा कि पोर्टल तैयार करने का उद्देश्य लोगों को एक प्लेटफार्म पर ही कोरोना वैक्सीन से जुड़ी हर जानकारी उपलब्ध कराना है।
ज्यादा लोगों को मिलेगी वैक्सीन की जानकारी
समीरन पांडा ने कहा कि अगले हफ्ते से पोर्टल के शुरू हो जाने की उम्मीद है। क्षेत्रीय भाषाओं में जानकारी देने के बारे में उन्होंने कहा कि इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि देश के ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन की जानकारी मिल सके। उन्होंने कहा कि चरणबद्ध तरीके से इस पोर्टल को शुरू किया जाएगा। पहले चरण में इस पर देश-विदेश में विकसित होने वाली कोरोना वैक्सीन की जानकारी होगी। धीरे-धीरे इस पर अन्य बीमारियों की रोकथाम के लिए उपलब्ध वैक्सीन के बारे में भी जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी।
दो तीन महीने में लॉन्च होगी कोरोना वैक्सीन
इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा है कि देश में कोरोना वैक्सीन का तीसरे फेज का ट्रायल शुरू हो गया है। उम्मीद है कि आने वाले 2-3 माह में हम इसे लॉन्च कर देंगे। डॉ. हर्षवर्धन ने शनिवार को कमला नेहरूनगर स्थित 8वीं वाहिनी एनडीआरएफ में बने 10 बेड के कोविड-19 अस्पताल के उद्घाटन के मौके पर उक्त बात कही। उन्होंने कहा कि ऐसा अस्पताल बनाने वाली यह पहली बटालियन है। जल्द ही ऐसे अस्पताल अन्य 13 बटालियन में भी बनाए जाएंगे। 20 बेड की क्षमता वाले इन अस्पतालों को ले जाकर आपदा क्षेत्रों में दोबारा स्थापित किया जा सकेगा।
भारत में तीन वैक्सीन का ट्रायल
गौरतलब है कि भारत में तीन कोरोना वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है। इसमें दो स्वदेशी और एक विदेशी कंपनी द्वारा विकसित वैक्सीन है। ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित वैक्सीन का पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट में तीसरे चरण का ट्रायल चल रहा है, जबकि भारत बायोटेक और कैडिला की वैक्सीन अभी पहले और दूसरे चरण के ट्रायल में हैं। इस बीच डब्ल्यूएचओ को उम्मीद है कि दो वर्ष से भी कम समय में कोरोना महामारी खत्म हो जाएगी। डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस एधनोम घेब्रेयेसुस ने कहा कि यदि वैक्सीन की खोज हुई तो यह महामारी दो साल से कम समय में खत्म हो जाएगी।