ASEAN-भारत मंत्रिस्तरीय बैठक में भाग लेने के बाद शुक्रवार को भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर स्वदेश के लिए रवाना हो गए हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा एक संक्षिप्त लेकिन बहुत ही उपयोगी यात्रा के बाद कंबोडिया से प्रस्थान।
विदेश मंत्री एस जयशंकर शुक्रवार को ASEAN-भारत मंत्रिस्तरीय बैठक में भाग लेने के बाद स्वदेश के लिए रवाना हो गए।जयशंकर ने ट्विटर पर कहा, एक संक्षिप्त, लेकिन बहुत ही उपयोगी यात्रा के बाद कंबोडिया से प्रस्थान।
बता दें कि जयशंकर ASEAN-भारत मंत्रिस्तरीय बैठक में भाग लेने के लिए बुधवार को कंबोडिया पहुंचे थे। वहीं, गुरुवार को जयशंकर ने कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन सेन के साथ बातचीत की और दोनों ने एक दूसरे के साथ अपने अपने विचारों को साझा किया।
जयशंकर ने ट्वीट किया, मुझे रिसीव करने के लिए कंबोडिया के पीएम हुन सेन का शुक्रिया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निजी तौर पर बधाई दी। हमारे कोविड सहयोग पर उनके गर्मजोशी भरे शब्दों की सराहना की। हमारी आर्थिक, विकास, रक्षा और सांस्कृतिक साझेदारी को बढ़ाने पर चर्चा की। विरासत संरक्षण पर हमारी निरंतर सहायता का आश्वासन दिया। क्षेत्रीय विकास पर उनके विचारों को महत्व दिया।
वहीं, ASEAN-भारत मंत्रिस्तरीय बैठक के अंतिम दिन, एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया था।
जयशंकर ने ASEAN कार्यक्रम के अलावा कई द्विपक्षीय बैठकें भी की। उन्होंने श्रीलंका के नव-नियुक्त विदेश मंत्री अली साबरी के साथ अपनी पहली बैठक की और द्वीप राष्ट्र की आर्थिक सुधार के लिए एक भरोसेमंद मित्र और विश्वसनीय भागीदार के रूप में भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
साथ ही जयशंकर ने इंडोनेशिया, ब्रुनेई और सिंगापुर के अपने समकक्षों से भी मुलाकात की।
उन्होंने कहा, ASEAN-भारत मंत्रिस्तरीय बैठक मूल्यवान सहयोगियों और मित्रों से मिलने का अवसर प्रदान करती हैं। उन्होंने आगे कहा, इंडोनेशिया के एफएम रेटनो मार्सुडी, ब्रुनेई के एफएम दातो हाजी एरीवान और सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियन बालकृष्णन के साथ निरंतर बातचीत जारी रहेगी।
सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियन बालकृष्णन के साथ अपनी बैठक में जयशंकर ने इंडो-पैसिफिक, कोविड -19 और म्यांमार जैसे मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने विदेश मंत्री बुई थान सोन के साथ अपनी बैठक के दौरान भारत-वियतनाम व्यापक रणनीतिक साझेदारी की गति को बनाए रखने का भी वादा किया।
सिंगापुर के एफएम के साथ बैठक से पहले जयशंकर ने ऑस्ट्रेलिया के पेनी वोंग और अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ भी बातचीत की। ब्लिंकन के साथ विदेश मंत्री ने भारत-अमेरिका संबंधों और वैश्विक स्थिति पर चर्चा की।