एजेंसी/ पेइचिंग : चीनी मीडिया द्वारा आरोप लगाया गया है कि भारत और चीन के बीच किसी तरह की प्रतिस्पर्धा नहीं है मगर फिर भी यदि किसी तरह का प्रचार इसे लेकर हो रहा है तो फिर इस तरह की प्रतिस्पर्धा का हौआ खड़ा हो रहा है जो कि पश्चिमी मीडिया ने निर्मित किया है। यही नहीं यह भी कहा गया है कि दोनों ही देशों के रिश्तों में कड़वाहट पैदा करने का कार्य चल रहा है। चीन के मीडिया ने इस हेतु ईरान के चाबहार बंदरगाह को लेकर भारत और ईरान के मध्य होने वाले समझौते का उल्लेख किया गया है।
चीनी मीडिया ने इन सभी आलोचनाओं और दोनों देशों के बीच रिश्ते खराब करने के लिए पश्चिमी मीडिया को जवाबदार बताया है। चीन की मीडिया का आंकलन ऐसे समय में आया है जब राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी चीन की यात्रा पर हैं गुरूवार को वे चीन के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से भेंट कर सकते हैं। संभावना है कि वे शीर्ष नेताओं से भी भेंट कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि चाबहार बंदरगाह के मसले का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि पश्चिमी मीडिया द्वारा एशिया की इन दो शक्तियों के बीच प्रतिस्पर्धा बिना बात ही दर्शाई गई है।
दरअसल चीन और भारत के संबंधों में कड़वाहट उत्पन्न करने की कोशिश भी हो रही है। नईदिल्ली – तेहरान के मध्य एक समझौता हुआ जिस पर बंदरगाह पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह से लगभग 100 मिलोमीटर दूर है। चीन की ओर से सरकारी समाचार एजेंसी ने भी पश्चिमी मीडिया के रूख का प्रमु खता से विरोध किया है। सरकारी एजेंसी ने कहा है कि चीन और भारत के बीच बेवजह तल्खी और प्रतिस्पर्धा दर्शाई जा रही है।
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