उत्तर प्रदेश के आगरा से अगवा हुई बस इटावा में बरामद हो गई है. वहीं, झांसी में मौजूद बस मालिक के जीजा गगन ने कहा कि बस फाइनेंस नहीं थी. किसी ने साजिश के तहत बस को अगवा कर लिया है. आगे की जानकारी के लिए मैंने पुलिस से संपर्क किया है.
दरअसल, आज सुबह 3 बजे गुरुग्राम से झांसी के मऊरानीपुर, छतरपुर, पन्ना के लिए 34 यात्रियों को लेकर एक प्राइवेट बस निकली थी. बस जैसे ही आगरा के दक्षिणी बाईपास के आगे पहुंची, तभी बस को कुछ लोगों ने ओवरटेक किया और बताया कि गाड़ी पर फाइनेंस है और किश्त समय से नहीं दिया जा रहा है.
कार सवार लोगों ने कहा कि हम बस को ले जा रहे हैं. इन लोगों ने ड्राइवर और कंडक्टर को अपने साथ जाइलो में बैठा लिया और कार में सवार एक शख्स बस को चलाकर ले जाने लगा. बस में सवार यात्रियों को इसकी जानकारी नहीं थी. आगरा पुलिस के मुताबिक, बाद में बस के यात्रियों को उतारकर दूसरी गाड़ी से झांसी भेज दिया गया.
बस यात्री अपने-अपने गंतव्य तक पहुंच चुके हैं. छतरपुर पहुंचे यात्री धर्मेद्र चतुर्वेदी ने कहा कि बस के भीतर कोई विवाद नहीं, कोई बदसलूकी नहीं हुई. बस के बाहर कुछ विवाद हुआ था, जिसके बारे में किसी यात्री को कोई जानकारी नहीं हुई. पुलिस की इन यात्रियों से लगातार बात हो रही है.
वहीं, बस मालिक के रिश्तेदार गगन ने कहा कि मुझे जानकारी मिली कि बस से ड्राइवर, कंडेक्टर को उतार दिया गया और उसे अगवा कर लिया गया है. परिवार में आकस्मिक मृत्यु हो जाने के कारण मेरे ससुर-साले नहीं आ सकते हैं, इसलिए मैं चला आया, जहां तक मुझे जानकारी है, यह बस फाइनेंस की नहीं है. उधर, अगवा की गई बस को इटावा से बरामद कर लिया गया है. पुलिस यात्रियों और बस को अगवा करने वाले लोगों की तलाश में जुटी हुई है.