मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की सीएम उद्धव ठाकरे को लिखी चिट्ठी ने महाराष्ट्र की सियासत में खलबली मचा दी है. बीजेपी गृह मंत्री अनिल देशमुख के इस्तीफे की मांग करते हुए महाराष्ट्र सरकार पर हमलावर है. इस बीच सूत्रों के हवाले से खबर है कि देशमुख की गृह मंत्री के पद से जल्द ही विदाई हो सकती है.
बताया जा रहा है कि अनिल देशमुख को गृह मंत्री के पद से हटाकर, उनकी जगह दिलीप वाल्से को ये पद सौंपा जा सकता है. दिलीप वाल्से अभी उद्धव सरकार में लेबर और एक्साइज मिनिस्टर के पद पर हैं. यानी कि वाल्से महाराष्ट्र के नए गृह मंत्री हो सकते हैं.
दरअसल, मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के आरोपों ने महाराष्ट्र में सियासी हलचल बढ़ा दी है. विपक्ष लगातार उद्धव सरकार पर हमलावर है और अनिल देशमुख के इस्तीफे की मांग कर रहा है. बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि परमबीर सिंह ने गंभीर आरोप लगाए हैं. लेकिन उद्धव ठाकरे किसी भी कीमत पर अपने सरकार बचाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि अनिल देशमुख को गृह मंत्री के पद से हटाना ही होगा.
उधर, एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अनिल देशमुख पर 100 करोड़ की वसूली वाले आरोप को गंभीर बताया. लेकिन सचिन वाजे की बहाली पर कहा कि एपीआई सचिन वाजे की बहाली सीएम ने नहीं बल्कि पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने की थी. उन्होंने कहा कि शरद पवार ने कहा कि सीएम के पास फैसला लेने का अधिकार है. इस संबंध में जांच के बाद ही वो कोई फैसला लेंगे. उन्होंने कहा कि इस आरोप की वजह से सरकार की छवि पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
इससे पहले एंटीलिया केस में पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह की चिट्ठी के बाद केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने उद्धव सरकार पर निशाना साधते हुए पूछा कि सचिन वाजे को किसके दबाव में लाया गया. शिवसेना के, सीएम के या फिर शरद पवार के?
इस सबके के बीच सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि गृह मंत्री अनिल देशमुख से जल्द ही इस्तीफा लिया जा सकता है. हालांकि, अभी इस बारे में महाराष्ट्र सरकार या उसके सहयोगी दलों की ओर से कोई बयान नहीं आया है.