इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ प्लानिंग एंड मैनेजमेंट (आईआईपीएम) के निदेशक अरिंदम चौधरी को गिरफ्तार किया गया है. सीजीएसटी साउथ दिल्ली कमिश्नरेट ने 21 अगस्त को वित्त अधिनियम की धारा 89 के तहत अरिंदम चौधरी को गिरफ्तार किया था. टैक्स में गड़बड़ी के आरोपों के चलते चौधरी की गिरफ्तारी की गई है.
अरिंदम चौधरी पर टैक्स में गड़बड़ी के आरोप लगाए गए हैं. चौधरी पर लगभग 23 करोड़ रुपये के सर्विस टैक्स क्रेडिट के अनुचित दावे से संबंधित आरोप हैं. इसके अलावा गुरुदास मलिक ठाकुर, जो कंपनी के निदेशक हैं, को भी इन्हीं अपराधों के तहत गिरफ्तार किया गया और 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
अरिंदम चौधरी पर पहले भी कई बार आरोप लग चुके हैं और उनकी गिरफ्तारी हो चुकी है. इससे पहले चौधरी को एक फर्जी मेडिकल दस्तावेज जमा करने को लेकर गिरफ्तार किया गया था. अरिंदम पर आईआईपीएम से फर्जी डिग्री देने के आरोप भी कई बार लग चुके हैं.
बता दें कि एक वक्त था जब अरिंदम चौधरी अपने बोलने के लहजे और पहनावे के कारण काफी सुर्खियों में रहते थे. कई संस्थानों में उनके विज्ञापन भी नजर आते थे. हालांकि इसके बाद उनके संस्थान के छात्रों ने उन पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया. इस संबंध में कई धरने भी दिए गए थे.