79 साल की एक लम्बी पारी के बाद आज पृथ्वीराज कपूर के सबसे छोटे बेटे शशि कपूर का मुंबई में दुखद निधन हो गया | जी हां लगातार 116 हिट फिल्मो के हीरो की मृत्यु ने पूरे बॉलीवुड को झकझोर के रख दिया , फिल्म जगत में उनकी मृत्यु की खबर फैलते ही गम के बादल छा गए| 18 मार्च, 1938 को जन्मे शशि कपूर पृथ्वीराज के चार बच्चों में सबसे छोटे थे ।
उनकी मां का नाम रामशरणी कपूर थ। उनके निधन से बॉलीवुड में शोक की लहर फ़ैल गई हैं। शशि कपूर को बचपन में बलबीर राज कपूर के नाम से पुकारा जाता था। वो बचपन से ही एक्टिंग के शौकीन थे। शशि कपूर ने अपने करियर की शुरुआत साल 1961 में यश चोपड़ा की फिल्म ‘धर्म पुत्र’ से की थी | 61 फिल्मो में सोलो लीड हीरो , 55 मल्टीस्टारर हीरो , 21 फिल्मो में सहायक अभिनेता और 7 फिल्मो में गेस्ट भूमिका दी। शशि कपूर ने बचपन से ही कई धार्मिक फिल्मो में बाल कलाकार के रूप में काम किया| साल 1965 शशि फ़िल्मी करियर का अहम साबित हुआ। इस साल वो जब जब फुल खिले ने नजर आए थे। इस फिल्म के बेहरतीन गीत ,संगीत और अभिनय ने दर्शकों को ये फिल्म बहुत पसंद आयी। इसके बाद साल 1965 में शशि की एक और सुपरहिट फिल्म ‘वक्त’ रिलीज़ हुई। इस फिल्म में वो बलराज साहनी ,राजकुमार और सुनील दत्त जैसे नामी सितारे के साथ नजर आए। फिल्मों में उनकी छवि रोमांटिक हीरो की बन गयी थी। उनके करियर के लिए 1965 से 1976 का वक्त सुनहरा था
मशहूर फिल्में
शशि कपूर की फिल्मो में सबसे ज्यादा कुछ ख़ास फिल्मो ने असर दिखाय , आपको वो जमाना याद आ ही गया होगा जब शशि कपूर एक चॉकलेटी बॉय बन कर हीरोइनों का दिल जीत लिया करते थे 60 और 70 के दशक में उन्होंने जब-जब फूल खिले, कन्यादान, शर्मीली, आ गले लग जा, रोटी कपड़ा और मकान, चोर मचाए शोर, दीवार कभी-कभी और फकीरा जैसी कई हिट फिल्में दी|