राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ नौ जनवरी को यहां योगी सरकार के कामकाज की समीक्षा करेगा। साथ ही संघ परिवार की सरकार से अपेक्षाओं तथा सरकार की सीमाओं पर भी बातचीत होगी।
सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले और डॉ. कृष्णगोपाल की मौजूदगी में होने वाली इस समन्वय बैठक में सरकार व संगठन के बीच बेहतर तालमेल के तौर-तरीकों पर चर्चा होगी।
कार्यकर्ताओं में उभर रही नाराजगी दूर करने के साथ मंत्रिमंडल में फेरबदल सहित समायोजन पर भी बात होने की उम्मीद है। भाजपा के संगठनात्मक पुनर्गठन पर भी विचार होगा।
भले ही निकाय चुनाव के नतीजों को लेकर भाजपा और प्रदेश सरकार सार्वजनिक तौर पर खुशी जता रहे हों लेकिन अंदरखाने परिणामों से भगवा टोली के रणनीतिकार बहुत प्रसन्न नहीं है। उन्हें लोकसभा चुनाव के लिहाज से यह रुझान ठीक नहीं लग रहे हैं।
संगठन स्तर पर हुई समीक्षा बैठक में यह तथ्य सामने आने के बाद भगवा टोली के कान खड़े हो गए हैं कि सरकारी दफ्तरों में उपेक्षा और शासन में प्रभावी सुनवाई न होने से कार्यकर्ताओं में नाराजगी है। इसी नाते छोटे नगरों के नतीजे भाजपा की उम्मीदों के अनुसार नहीं रहे। समन्वय बैठक में इस मामले पर भी चर्चा होगी।
किस तरह हो बेहतर संवाद
हालांकि, प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद हुई पहली बैठक में सरकार और संगठन में समन्वय के मुद्दे पर बातचीत हुई थी। तय हुआ था कि राज्य और जिला स्तर पर समन्वय समितियां बनेंगी। कुछ जगहों पर ये समितियां बनी भी लेकिन बहुत प्रभावी नहीं रही। बैठक में इन समितियों को प्रभावी बनाने पर बातचीत होगी। साथ ही इस पर भी चर्चा होगी कि स्थानीय मुद्दों को सुलझाने और सरकार तथा संगठन के बीच किस तरह और बेहतर संवाद बनाया जा सकता है।
इन मसलों पर भी होगी चर्चा
निकाय चुनाव में कुछ मंत्रियों के क्षेत्रों में नतीजे काफी चिंताजनक रहे हैं। कई जगहों से स्थानीय स्तर पर मंत्रियों द्वारा संगठन से तालमेल न रखने और कार्यकर्ताओं की न सुनने की शिकायतें संघ को मिली हैं। कई विधायकों और सांसदों की तरफ से भी सरकार के मंत्रियों द्वारा उनकी बात न सुनने की शिकायतें उठती रही हैं। अधिकारियों की मनमानी और कार्यकर्ताओं की ही नहीं बल्कि विधायकों व सांसदों की बात भी न सुनने के मामले संघ नेतृत्व की जानकारी में हैं।
सके चलते कुछ मंत्रियों की भूमिका में फेरबदल, कुछ की तरक्की तो कुछ के मौजूदा विभागों को बदलकर उनका कद घटाने की चर्चा सियासी गलियारों में चल रही है। साथ ही संकेत मिल रहे हैं कि संगठन और सरकार मेें कुछ पदों पर कार्यकर्ताओं के समायोजन पर सहमति बन गई है। कई स्थानों की सूची बन गई है। जानकारी के मुताबिक, बैठक में इन सब मसलों पर बातचीत होगी। भाजपा संगठन के पुनर्गठन पर भी बातचीत होने की संभावना है।