देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने अपने ग्राहकों को आगाह किया है कि वे सार्वजनिक स्थानों पर बने मोबाइल चार्जिंग स्टेशन पर अपना फोन चार्ज करते समय सावधानी बरतें। SBI ने ट्वीट कर अपने ग्राहकों से कहा है कि धोखाधड़ी करने वाले चार्जिंग प्वाइंट के जरिये बैंक की गोपनीय जानाकरियों, पासवर्ड और डेटा चुरा कर चूना लगा सकते हैं। इसके लिए वे मालवेयरबाइट का इस्तेमाल करते हैं।
जब आप अपना फोन चार्ज कर रहे होते हैं तो हैकर्स मालवेयर और फिशिंग जैसे तरीकों से आपका गोपनीय डेटा चुरा लेते हैं। इसके लिए एक डेटा कार्ड का इस्तेमाल किया जाता हैा अलीबाबा की वेबसाइट पर यह डेटा कार्ड जिसे ‘ऑटो डेटा ट्रांसफर डिवाइस’ कहते हैं 300-400 डॉलर में उपलब्ध है।
एसबीआई ने अपने ट्वीट में कहा है कि सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशंस पर अपना फोन चार्ज करने से पहले एक बार सोच लें। मालवेयर आपके फोन में आ सकता है और इसके जरिये हैकर्स आपके पासवर्ड और अन्य डेटा आसानी से चुरा सकते हैं।
इस काम को अंजाम देने के लिए हैकर्स मोबाइल चार्जिंग पोर्ट के पीछे ‘ऑटो डेटा ट्रांसफर डिवाइस’ लगा देते हैं। जब कभी आप ऐसे चार्जर से अपने फोन को कनेक्ट करेंगे तो आपके स्क्रीन पर एक पॉप-अप मैसेज आएगा। आम तौर पर लोग ऐसे मैसेज को पढ़े बिना ही ओके कर देते हैं। आपके ओके करते ही फर्जीवाड़ा करने वाले को आपके पासवर्ड और डेटा चुराने की अनुमति मिल जाती है।
आपने गौर किया होगा कि आप अपने घर या ऑफिस में जब फोन चार्ज करने जाते हैं तो ऐसा कोई मैसेज स्क्रीन पर नहीं आता। अगर चार्ज करते समय आपके स्क्रीन पर कोई पॉप-अप मैसेज आता है तो समझ लीजिए कुछ गड़बड़ है।