बिहार की विधानसभा से बीते दिन जो दृश्य सामने आए, उसकी हर कोई निंदा कर रहा है. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट कर इस मसले पर राज्य सरकार पर निशाना साधा. राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री पूरी तरह से RSS-BJP मय हो चुके हैं. सिर्फ राहुल ही नहीं बल्कि अन्य विपक्षी दलों के नेता भी इसकी निंदा कर रहे हैं.
कांग्रेस सांसद ने अपने ट्वीट में लिखा कि लोकतंत्र का चीरहरण करने वालों को सरकार कहलाने का कोई अधिकार नहीं है. विपक्ष फिर भी जनहित में आवाज़ उठाता रहेगा- हम नहीं डरते!
राहुल गांधी के अलावा समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भी बिहार मामले पर ट्वीट किया. अखिलेश ने लिखा कि बिहार विधानसभा में सशस्त्र बलों द्वारा विधायकों पर हमला आपराधिक कृत्य है. सड़क पर बेरोज़गार युवाओं पर भी जो हमले हुए वो दिखाते हैं कि सत्ता मिलने के बाद भाजपाई सरकारें जनता को क्या समझती हैं. निंदनीय! बिहार में लोकतंत्र पर क़ातिलाना हमला हुआ है.
दरअसल, बिहार विधानसभा में बीते दिन विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक पास किया गया. इस विधेयक का विरोध राजद समेत अन्य विपक्षियां पार्टियां कर रही थीं. पहले ये विरोध सदन में हुआ, लेकिन देखते ही देखते बवाल बढ़ गया.
बिहार विधानसभा के अंदर सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों में हाथापाई हुई, जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने विपक्षी विधायकों को बाहर निकाला. राजद नेता तेजस्वी यादव समेत अन्य लोगों का आरोप है कि सदन में पुलिस ने विपक्षी विधायकों पर हाथ उठाया, साथ महिला विधायकों को जबरन सदन से बाहर निकाला गया.
बिहार विधानसभा में बीते दिन मचे बवाल के कई वीडियो भी सामने आए, जिसमें पुलिसकर्मी विधायकों पर हाथ उठा रहे हैं, साथ ही महिला विधायकों और अन्य लोगों को जबरन उठाकर सदन के बाहर लाया जा रहा है. सदन के अंदर में विधायकों ने स्पीकर की कुर्सी तक पहुंचकर हंगामा किया था.
राजद नेता और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव लगातार बीते दिन हुए बवाल को लेकर नीतीश सरकार पर हमलावर हैं. तेजस्वी ने बुधवार सुबह भी ट्वीट किया कि राजद विधायक को लोकतंत्र के मंदिर में सादे कपड़ों में मौजूद गुंडा सरकार के नरभक्षी शासकों के गुंडों ने इतना पीटा कि उन्हें स्ट्रेचर पर एम्बुलेंस में लेकर जाना पड़ा. वो कह रहे है कि ज़ालिम नीतीश जी हत्या करवा देंगे, वैसे भी CM को हत्या करने-कराने का पुराना अनुभव है.