पटना। वैशाली के राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) जिला सचिव व जंदाहा के प्रखंड प्रमुख मनीष सहनी हत्याकांड में जदयू विधायक उमेश कुश्वाहा समेत 10 लोगोें के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है। हत्याकांड की जांच के लिए एसआइटी गठित की गई है।
विदित हो कि बीते सोमवार को अपराधियों ने जंदाहा के प्रखंड प्रमुख व राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के जिला सचिव मनीष सहनी को ब्लॉक कैंपस में ही गोलियों से भून डाला था। बाद में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। घटना से आक्रोशित लोगों ने जमकर बवाल काटा। भीड़ ने पुलिस थाना को भी फूंक दिया। स्थिति नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने फायरिंग की, जिसमें आधा दर्जन लोग घायल हो गए। घायलों में एक की बाद में इलाज के दौरान मौत हो गई।
कार्यालय में ही गोलियों से भूना
सोमवार अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे प्रखंड प्रमुख मनीष सहनी बीडीओ से मिलने गए थे। उनसे मिलकर जैसे ही वे कार्यालय से बाहर निकले एक बाइक पर सवार दो अपराधियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। गोली मारने के बाद सभी अपराधी मौके से भाग निकले।
इलाज के दौरान मौत
गंभीर रूप से जख्मी प्रखंड प्रमुख को एक निजी नर्सिंग होम में ले जाया गया, जहां से उन्हें पटना रेफर कर दिया गया। इसके बाद परिजन उन्हें इलाज के लिए हाजीपुर के एक नर्सिंग होम लेकर पहुंचे, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। वे बीते दो अगस्त को प्रखंड प्रमुख पर निर्वाचित हुए थे।
कुशवाहा ने खड़े किए कानून व्यवस्था पर सवाल
रालोसपा नेता की हत्या के बाद पार्टी सुप्रीमो व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने पीडित परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना दी। उन्होंने घटना के बाद बिहार की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए।