बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड द्वारा मां श्यामा परिसर में बलि प्रदान करने पर रोक लगाने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। बलि प्रथा पर रोक संबंधी आदेश के विरोध में विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के नेतृत्व में बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष अखिलेश कुमार जैन का पुतला दहन किया गया। सभा को संबोधित करते हुए विश्व हिंदू परिषद् के सह जिला मंत्री राजीव प्रकाश “मधुकर” एवं आदित्य नारायण चौधरी मन्ना ने कहा कि हम सनातनी पूर्वज से चली आ रही परंपरा का निर्वहन करते है एवं यहां बलि प्रदान प्रथा पर रोक संबंधी आदेश से आहत हैं।
परम्परा से छेड़छाड़ कर भावना आहत करना
विश्व हिंदू परिषद् के सह जिला मंत्री ने कहा कि न्यास बोर्ड द्वारा छेड़छाड़ करना हमारी संस्कृति पर हमला है। इसे हम दरभंगा वासी कतई बर्दाश्त नहीं करने वाले हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए न्यास बोर्ड को अपने इस तुगलकी फरमान को वापस लेने को कहा है अन्यथा दरभंगा इसको लेकर आंदोलन और उग्र किया जाएगा। भाजपा के उपाध्यक्ष सुजीत मल्लिक ने इस आदेश का विरोध जताते हुए कहा कि यहां श्यामा मंदिर महाराज रामेश्वर सिंह की चिता पर बना हुआ। और मंदिर निर्माण काल से बलि प्रदान की प्रथा रही है। यह आदेश वर्षो से चली आ रही पूजन परम्परा से छेड़छाड़ कर धार्मिक भावना आहत करना है।
लोगों का आक्रोश और बढ़ता जा रहा है
बता दें की न्यास बोर्ड के अध्यक्ष का आदेश मिलते ही श्यामा माई मंदिर में गर्भ गृह के सामने स्थापित महिषा के सामने मिट्टी डालकर ढक दिया गया है। बलि प्रदान के ली जाने वाली रकम को शुल्क तालिका से मिटा दिया गया है। मंदिर प्रशासन द्वारा आदेश के त्वरित कार्रवाई देखकर लोगों का आक्रोश और बढ़ता जा रहा है। लेकिन बताया जाता है कि मंदिर में बलि प्रदान रोक दिए जाने के बाद भी कुछ भक्त माता को छागर (बलि) चढ़ाने आए श्रद्धालु को मंदिर के द्वारा छागर चढ़ाने से मना कर दिया गया। इस कारण भक्तों ने काफी हो हंगामा किया लेकिन उनकी भावनाओं को किसी ने नही सुना। फिर मंदिर आये भक्तों ने बगल में अवस्थित कामेश्वरी श्यामा मंदिर में बलि प्रदान करना पड़ा। लेकिन यह घटना की सूचना सोशल मीडिया पर फैलते ही आज सनातन प्रेमी सड़क पर निकल कर न्यास बोर्ड के अध्यक्ष का पुतला दहन किया।