मोटेरा के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में इंग्लैंड के खिलाफ डे नाइट टेस्ट मैच में भारतीय टीम की जीत के हीरो लेफ्ट आर्म स्पिनर अक्षर पटेल थे। अक्षर पटेल ने कहा है कि वह खुश हैं कि बल्ले से नहीं तो कम से कम वह गेंद से ही भारतीय टीम की जीत में अपना योगदान दे रहे हैं। स्पिन गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर इंग्लैंड को भारत ने 10 विकेट से हराया।
अपने घरेलू मैदान पर पहला इंटरनेशनल मैच खेलने उतरे अक्षर पटेल ने मैच की पहली पारी में छह और दूसरी पारी में पांच विकेट अपने किए। इसी के दम पर उनको मैन ऑफ द मैच का खिताब मिला। अक्षर ने मैच के बाद कहा, “जब इस तरह का प्रदर्शन होता है तो बहुत अच्छा लगता है, लेकिन जब नहीं होता है तो बहुत ही मुश्किल लगता है। मुझे लगता है कि मुझे फिलहाल अपने इसी फॉर्म को आगे भी जारी रखना चाहिए।”
पटेल ने कहा है, “मैं उन चीजों के बारे में ज्यादा नहीं सोच रहा हूं कि क्या मुश्किल है और क्या आसान है। मुझे बहुत खुशी हो रही है कि मैं बल्ले से नहीं तो कम से कम गेंद से ही टीम की जीत में अपना योगदान दे रहा हूं और मैं इसे सकारात्मक रूप से ले रहा हूं।” अक्षर पटेल ने अपनी गेंदबाजी की ताकत के बारे में भी खुलासा किया है कि मैं विकेट टू विकेट गेंदबाजी करना पसंद करता हूं और अभी तक यही मेरे लिए सफल हो रहा है।
उन्होंने कहा, “मुझे पता है कि मैं जब भी गेंद डालता हूं कि तो विकेट टू विकेट डालता हूं। मैं बल्लेबाजों को ज्यादा रूम नहीं देता हूं। मैं जानता हूं कि बल्लेबाज गलती करेगा तो मुझे विकेट मिलेगा। मेरी हमेशा यह सोच रहती है कि मैं बल्लेबाज के लिए रन बनाना मुश्किल करूं। आजकल बल्लेबाज के दिमाग में यही रहता है कि अगर वह एक या दो ओवर मेडेन खेल जाता है तो फिर वह गलत शॉट मारने की कोशिश करता है और विकेट मिलने की संभावना होती है।”