आज बसंत पंचमी के मौके पर बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित कर दी गई है। नरेंद्र नगर स्थित टिहरी नरेश के राज दरबार में बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की विधिवत घोषणा की गई।
धाम के कपाट 30 अप्रैल को ब्रह्म मुहूर्त में 4.30 बजे तीर्थयात्रियों के लिए खोल दिए जाएंगे। कुल पुरोहितों ने महाराज मनुजयेंद्र शाह की जन्म कुंडली देखकर मंदिर के कपाट खोलने का मुर्हत निकाला।
इस मौके पर बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल, बद्रीनाथ के रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी, सीईओ बीडी सिंह, धर्माधिकारी भुवन उनियाल,चारधाम विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष आचार्य शिव प्रसाद ममंगाई आदिउपस्थित रहे।
इसके साथ ही डिमरी पंचायत के प्रतिनिधियों ने बाजू पर काली पट्टी बांधकर देवस्थानम अधिनियम का विरोध जताया। उन्होंने कहा सरकार तीर्थ पुरोहितों के हक हकूकों पर कुठाराघात कर रही है। जिसका वे डटकर विरोध करेंगे।
साल 2019 में चारधाम यात्रा में एक नया रिकॉर्ड बना था। तमाम दुश्वारियों के बाद भी तीर्थयात्रियों की आस्था के कदम नहीं डिगे। पिछले वर्षों की तुलना में साल 2019 में पर्यटकों की संख्या 22.6 प्रतिशत बढ़ी।
चारधाम व हेमकुंड साहिब में कुल 34 लाख 10 हजार 380 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे। जबकि वर्ष 2018 में 27 लाख 81 हजार 428 श्रद्धालु पहुंचे थे। साल 2019 में बदरीनाथ धाम में 11 लाख 74 हजार, यमुनोत्री में 4 लाख 65 हजार 534, केदारनाथ में 10 लाख और गंगोत्री में 5 लाख 30 हजार 334 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। हेमकुंड साहिब में 2 लाख 40 हजार 478 श्रद्धालुओं ने माथा टेका। 10 लाख से अधिक यात्रियों ने केदारनाथ के दर्शन किए।