सरकार ने ज्वैलरी निर्यातकों को राहत देते हुए अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनियों में बेची गई ज्वैलरी के बदले सोने चांदी के ड्यूटी फ्री आयात की सुविधा फिर बहाल कर दी है।
सरकार का यह कदम जैम एंड ज्वैलरी निर्यातकों के ग्रोथ में मददगार साबित होगा। जीएसटी लागू होने के बाद निर्यातकों के लिए इस सुविधा को बंद कर दिया था। विदेश व्यापार महानिदेशक की तरफ से सोमवार को एक अधिसूचना जारी करके इस सुविधा की बहाली का एलान किया गया।
जैम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्टर काफी समय से इसे फिर से बहाल करने की सिफारिश कर रहे थे। जैम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ने सरकार के इस कदम का स्वागत किया है और कहा है कि इससे निर्यातकों को राहत मिलेगी।
गौरतलब है कि अभी तक विदेश में एक्जीबिशन में बेचे जाने वाले आभूषणों के बदले सोने-चांदी की ड्यूटी फ्री आयात की सुविधा उपलब्ध नहीं थी। इस वजह से निर्यातक वहां अपने आभूषण नहीं बेचते थे। विदेशी बाजारों में होने वाले इस तरह के एग्जीबिशन में आभूषणों की बिक्री की काफी संभावनाएं होती हैं।
अब चूंकि ऐसी बिक्री के बदले सोने-चांदी का ड्यूटी फ्री आयात किया जा सकेगा, इससे जैम एंड ज्वैलरी का निर्यात बढ़ाने में मदद मिलेगी। इसका लाभ इस क्षेत्र की कंपनियों के प्रदर्शन पर भी दिखेगा। निर्यातक संगठनों के फेडरेशन फियो के महानिदेशक अजय सहाय ने कहा कि सरकार का यह कदम पूरी तरह तार्किक है क्योंकि आइजीएसटी और आइटीसी का रिफंड जीएसटी में अदा किए गए शुल्क का रिफंड होता है।
जबकि ड्यूटी फ्री आयात की सुविधा बेसिक कस्टम ड्यूटी से राहत देती है। गौरतलब है कि अप्रैल-जून 2019 की तिमाही में जैम एंड ज्वैलरी के निर्यात में 8.5 परसेंट की गिरावट दर्ज की गई है। इस अवधि में 9.7 अरब डॉलर मूल्य के जैम एंड ज्वैलरी का निर्यात हुआ।