कई पैरेंट्स अपने बच्चों से बहुत ज्यादा उम्मीद करते हैं, उन्हें ऑलराउंडर बनाने की चाह रखते हैं। इस वजह से कई बार बच्चे का कॉन्फिडेंस लूज हो जाता है। वह खुद को कमतर समझने लगता है। अगर कुछ जरूरी बातों का ख्याल रखा जाए, बच्चे को सही गाइडेंस मिले तो वह कॉन्फिडेंट बनेगा और स्टडी, अपने पसंद के काम में अच्छा परफॉर्म भी करेगा।
अनघा सेवेंथ क्लास में पढ़ती है। हर बार एग्जाम में उसके बहुत अच्छे पर्सेंटेज आते हैं। लेकिन उसके पैरेंट्स चाहते हैं कि वह पढ़ाई में और भी बेहतर करे। इस वजह से हमेशा उस पर एक्सट्रा प्रेशर बनाते हैं। अनघा की मम्मी तो उसे कई तरह की एक्सट्रा करिकुलर एक्टिविटीज में भी हिस्सा लेने के लिए दबाव बनाती है, जिससे वह क्लास की ऑल राउंडर स्टूडेंट्स में शुमार हो सके।
अनघा को कई बार लगता है कि वह अपने पैरेंट्स की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पा रही है। इस वजह से वह परेशान रहती है, जिसका असर उसके व्यक्तित्व पर होने लगा है, वह खुद को कमतर समझने लगी है, उसका कॉन्फिडेंस लेवल कम होने लगा है। अगर समय रहते उसके पैरेंट्स ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया तो आगे चलकर कमतरी का यह अहसास उसकी पर्सनालिटी का हिस्सा बन जाएगा। ऐसा आपके बच्चे के साथ भी हो सकता है।