बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर समीक्षा यात्रा के दौरान बक्सर में हुए हमले को लेकर केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान बहुत चिंतित हैं. उनका कहना है कि मुख्यमंत्री के साथ इतनी सुरक्षा रहती है इसके बावजूद यह घटना घटी. उन्होंने कहा आरोप लगाया कि यह आरजेडी की साजिश थी जो कि बहुत निंदनीय है.
रामविलास पासवान ने कहा कि इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए. मकर संक्रांति के अवसर पर रामविलास पासवान के घर आयोजित दही चूड़ा भोज में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल होने आये थे. दोनों जब साथ बैठे तब रामविलास पासवान ने नीतीश कुमार को अपने हाथ से तिलकुट खिलाते हुए ये बात पब्लिकली कही, उस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जांच चल रही है. सीएम नीतीश ने कहा कि हमला मुझे निशाना बनाकर किया गया था और 10-12 लोगों ने काफिले को घेरा, वो कार से उतरना भी चाह रहे थे तभी पत्थरबाजी शुरू हो गई.
बक्सर में समीक्षा यात्रा के दौरान शुक्रवार को नंदनगांव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफिले पर हमला हुआ था. इसमें एक दर्जन से ज्यादा सुरक्षाकर्मी घायल हो गए हांलाकि इस हमले में मुख्यमंत्री सुरक्षित रहे. घटना के बाद इस घटना की जांच शुरू हो गई है. पटना के कश्मिनर आनंद किशोर और पटना क्षेत्र के आईजी नैय्यर हसनैन इस मामले की जांच कर रहें हैं, अबतक 26 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
जांच में यह बात स्पष्ट रूप से यह बात सामने आई है कि दलित महिलाओं ने किसी के उकसावे पर ईंट और पत्थर बरसाये. गांव के लोग इस घटना से काफी दुखी भी हैं. मामले की जांच कर रहे पटना के कश्मिनर आनंद किशोर ने कहा कि हमने मौके पर जाकर जांच की है, गांव के लोगों से पूछताछ की गयी है और सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि वीडियो फुटेज के आधार पर 26 लोगों की गिरफ्तारी हुई है, जिसमे महिलाएं भी शामिल हैं. साथ ही सोशल मीडिया की मदद से गंभीरता से मामले की जांच की जा रही है.
आईजी नैय्यर के मुताबिक फुटेज के आधार पर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है. जांच चल रही है कि कहीं सुनियोजित तरीके से घटना अंजाम तो नहीं दिया गया है. सभी साक्ष्यों आधार पर चिन्हित करते हुए कठोर कार्रवाई की जाएगी, अभी कुछ बोलना उचित नहीं होगा पूरी जांच के बाद ही कुछ कहना उचित होगा.