बीजेपी को रोकने के लिए कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों को मिलकर लड़ने के टीएमसी के प्रस्ताव पर कांग्रेस ने जवाब दिया है. लोकसभा में कांग्रेस नेता व बंगाल इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि टीएमसी ने कांग्रेस को खत्म करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है और बंगाल में बीजेपी को मजबूत किया है.
टीएमसी के लिए कांग्रेस के बिना टिकना मुश्किल है. उन्होंने कांग्रेस के साथ आना चाहिए. शुक्रवार को अधीर रंजन चौधरी के नेतृत्व में कृषि कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया. कांग्रेस समर्थकों ने राजभवन के सामने विरोध प्रदर्शन किया. बाद में अधीर रंजन चौधरी राजभवन जाकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा.
अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “उन्हें लगा कि कांग्रेस के बिना उनका टिकना मुश्किल होगा. वे कांग्रेस की मदद से सत्ता में आए, लेकिन फिर कांग्रेस को खत्म करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. उन्होंने बंगाल में कांग्रेस और वाम दलों जैसी धर्मनिरपेक्ष पार्टियों को कमजोर कर दिया, जिसने बीजेपी जैसी सांप्रदायिक पार्टी को बढ़ावा दिया.” उन्होंने कहा, “उन्हें (ममता बनर्जी) कांग्रेस में आना चाहिए, क्योंकि बीजेपी को रोकने के लिए कांग्रेस के अलावा कोई विकल्प नहीं है.
यदि वे ऐसा महसूस कर सकते हैं, तो उन्हें कांग्रेस के नेतृत्व को स्वीकार करना चाहिए. कांग्रेस ने बीजेपी और उसके पूर्वजों का रोकर कर 100 वर्ष तक धर्मनिरपेक्षता बरकरार रखी है.”
बता दें कि हाल में टीएमसी के वरिष्ठ सांसद सौगत रॉय ने बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों को एकजुट होकर लड़ने का आह्वान किया था.