दुनिया का सबसे पॉपुलर सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पिछले कई दिनों से फेसबुक डाटा चोरे जैसे मामलों में घिरा हुआ है. वहीं अब कंपनी द्वारा ‘व्हाइट जेनोसाइड कांस्पीरेसी थ्योरी’ में रुचि रखने वाले यूजर को लक्षित एक विज्ञापन देने पर माफी मांगी गई है.
एक समाचार वेबसाइट के मुताबिक, श्वेत नस्ल को खत्म करने की कोशिश करने वाली बाहरी ताकतों के बारे में कांस्पिरेसी थ्योरी के कुछ दिनों के बाद अभियान शुरू करने में कोई परेशानी नहीं थी, वहीं श्वेत नस्ल को खत्म करने का प्रयास कथित रूप से उस शख्स से प्रेरित था, जिसने पीट्सबर्ग उपासना केंद्र में बीते सप्ताह 11 यहुदियों को मौत के घाट उतार दिया था. इससे पहले समाचार वेबसाइट एक खास समूह के लिए दो आलेख को प्रमोट करने में पूर्व निर्धारित मानदंडों अनुसार ‘व्हाइट जीनोसाइड कांस्पिरेसी थ्योरी’ का चयन करने में सक्षम थी.
प्राप्त मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, फेसबुक के अनुसार, रुचि लेने वाले समूह में 168,000 यूजर हैं, जिन्होंने ‘व्हाइट जीनोसाइड कांस्पिरेसी थ्योरी’ में अभिरुचि जाहिर की है या इससे जुड़े पेज को उनके द्वारा पसंद भी किया गया है. इस रिपोर्ट में यह बात भी सामने ऐ है कि विज्ञापन को ‘ह्वाइट सुपरमेसी-टेस्ट’ के तौर पर बढ़ाचढ़ाकर दिखाया गया है उसे फेसबुक की विज्ञापन शखा के सदस्य ने मंजूरी प्रदान की थी. अतः अब फेसबुक के प्रवक्ता ने कहा, “लक्षित विकल्प को हटा दिया गया है और हमने इन विज्ञापनों को भी हटाया है. उन्होंने कहा कि यह हमारे विज्ञापन के सिद्धांतों के खिलाफ है और हमें इस गलती के लिए बेहद दुःख जताया.