आईआईटी गुवाहाटी ने सेल्फ चेक कियोस्क का निर्माण किया है, जो कोरोना से बचाव में सहायक है। इस कियोस्क में कोई भी व्यक्ति इस बात की जांच कर सकेगा कि उसे फीवर है या नहीं और उसका ऑक्सीजन लेवल क्या है। इस सेल्फ चेक कियोस्क को आईआईटी गुवाहटी के केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ सेंथिलमुर्गन सुबैया और वर्कस्पेस के फाउंडर पुनीत तालेसरा ने मिलकर बनाया है।
आईआईटी गुवाहाटी के वैज्ञानिकों ने बताया कि यह कियोस्क तीस सेकेंड में जांचकर यह बता देगा कि उस व्यक्ति को किसी तरह का वायरल या बैक्टीरियल इंफेक्शन है या नहीं। इससे यह भी साफ हो जाएगा कि वह व्यक्ति कोरोना का संभावित मरीज है या नहीं। आईआईटी गुवाहटी के केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ सेंथिलमुर्गन सुबैया ने बताया कि इस कियोस्क को आईआईटी गुवाहटी के कैंपस में भी लगाया गया है। कियोस्क को डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइंस के अनुरूप बनाया गया है। यह तुरंत कोरोना से जुड़े लक्षणों, जैसे-शरीर का तापमान और ऑक्सीजन स्तर की पहचान कर उन्हें रिकॉर्ड कर लेता है।
यही नहीं, इस कियोस्क में यूवीसी डिसइंफेक्टैंट बॉक्स भी लगा हुआ है, जो सामान, बैग, चाभियों, मोबाइल आदि के बैक्टीरिया को मारने में भी सक्षम है। यदि किसी व्यक्ति के शरीर का तापमान एक स्तर से अधिक होता है तो यह कियोस्क हेल्थ डिपार्टमेंट के अधिकारियों को चेतावनी जारी करने के लिए अलॉर्म बजाता है।
टीम ने इसका पेटेंट भी फाइल कर दिया है। इस उत्पाद की कीमत साढ़े तीन लाख से साढ़े सात लाख रुपये तक है। इस प्रोडक्ट का कमर्शियलाइजेशन शुरू हो गया है। इस उत्पाद को आईआईटी गुवाहटी और वर्कस्पेस मेटल सॉल्यूशन्स लिमिटेड, उदयपुर ने मिलकर बनाया है।
ऐसे काम करता है कियोस्क
– कियोस्क के फुटमार्क चिह्नित क्षेत्र में खड़े हो जाएं। फेस मास्क को हटा दें। इससे शरीर के तापमान का मापन हो जाएगा।
-तापमान के मापन के बाद अपने सामान को यूवीसी चैंबर में रख दें। यूवीसी बॉक्स में आपके सामान को 360 डिग्री पर संकमण मुक्त किया जाएगा।
-व्यक्ति को अपनी अंगुली SpO₂ सेंसर पर रखनी होगी और शरीर में ऑक्सीजन के स्तर को जांचना होगा। अगर शरीर में ऑक्सीजन का स्तर 95 प्रतिशत से अधिक है तो यह स्वस्थ होने के संकेत हैं।
-इसके बाद व्यक्ति को ऑटोमैटिक सेनिटाइजर डिस्पेंसर यूनिट से हाथों को डिसइंफेक्ट करना होगा
-इसके बाद व्यक्ति अपने सामान को यूवीसी चैंबर से ले सकता है।