New Delhi : महाराष्ट्र के मालेगांव धमाकों के आरोपी लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीकांत पुरोहित ने अपनी आपबीती बताई। सबसे पहले ये बता दें कि 10 साल की सजा काटने के बाद पुरोहित को 23 अगस्त 2017 को पहली बार जमानत दी गई। उन्होंने ने अपने दर्द को बयां करके हुए कई ऐसे खुलासे किए जिसे कई चौंकाने वाले सच सामने आए।अभी-अभी: राम रहीम के बाद अब बाबा रामदेव की बारी, इस महिला पत्रकार ने खोले बाबा रामदेव के ये बड़े राज…
कर्नल पुरोहित ने बताया कि उन्हें 20-20 मिनट तक कैसे लटका कर रखा जाता था। कई बार उन्हें बेहोश होने तक लटकाया जाता था। उन्होंने कहा कि सेना भी कभी आतंकवादियों के साथ ऐसा बर्ताव नहीं करती जैसा ATS ने सेना के एक अफसर के साथ किया है।
कर्नल पुरोहित ने दावा करते हुए कहा है कि मुझे पता है कि मेरी बात को मानना थोड़ा मुश्किल है, लेकिन ये सच है कि उन्हें आठ से नौ दिनों तक मारा गया। उन्होंने कहा कि सूजन कम करने के लिए दो दिन छोड़ दिया जाता था। पुरोहित ने कहा कि मार खाने की वजह से मेरा पैर टूट गया था, लेकिन इसके बाद भी उन्हें लटकाकर मारा जाता था।
कर्नल ने कहा कि जब उन्हें अस्पताल ले जाया गया तो वहां कहा गया कि इनको कुछ नहीं हुआ है। इसके बाद उन्होंने कोर्ट से ऑर्डर लिया, फिर जेल में उनके पूरे टेस्ट करवाए गए, जिसके बाद टेस्ट में सारी बातें सामने आई और डॉक्टर ने कागज पर लिखा कि इनको टॉर्चर किया गया है। पुरोहित ने कहा कि यही नहीं उनके पैर का पहले ऑपरेशन हो चुका था, जिसके कागज़ भी उन्होंने उन लोगों को दिखाएं। इसके बाद भी उनके साथ जानवरों जैसा व्यवहार किया जाता था।
पुरोहित ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि भगवान किसी फौजी को पुलिस थाने का दर्शन न कराए। RDX चोरी करने के आरोप पर पुरोहित ने कहा कि RDX चोरी करना आसान नहीं है और बक्सा बाहर ले जाना नामुमकिन है। उन्होंने कहा कि इसके लिए बकायदा अथॉरिटी लेटर दिया जाता है, उनके पास चाबी होती है।
और वो बकायदा चेक करते हैं। उन्होंने कहा कि एसएम साहब आकर उसको चेक करते हैं और कुत्ता चेक करता है। कर्नल ने बताया कि जब एक फौजी अपनी रूटीन ड्यूटी पर जाता है तो उसके सामान की जांच की जाती है, ऐसे में ये कैसे मुमकिन है कि सेना का विस्फोटक कोई अफसर ही गायब कर दे।
पुरोहित ने पीएम मोदी को भी एक खत लिखा है, जिसमें सलाखों के पीछे हुए जुल्मों और कई बड़े नामों पका जिक्र किया गया है। जिन्होंने उन्हें ये धमकी दी थी कि वो उनके परिवार को भी प्रताड़ित करेंगे। पुरोहित ने कहा कि देश को फौजी की कीमत समझ में नहीं आती, फौजी पैसे के लिए काम नहीं करता, फौजी को अपनी इज्जत से प्यार है, अपनी वर्दी से प्यार है, अपने रैंक से प्यार है, बाकी कुछ नहीं है और मुझे अपनी इज्जत सबसे ज़्यादा प्यारी है।