हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता सुनील दत्त की आज पुण्यतिथि है. आज ही के दिन साल 2005 वे इस दुनिया को अलविदा कह गए थे.
बॉलीवुड के एक सरल पिता और पति के रूप में जाने जाते रहे सुनील दत्त की 14वीं पुण्यतीति के मौके पर आइए जानते है उनसे जुड़ी कुछ बाते….
– सुनील दत्त ने कम से कम 20 फिल्मों में डकैत का किरदार अदा किया था.
-सुनील नरगिस को काफी पसंद करते थे और वे उनका साक्षात्कार भी लेना चाहते थे, लेकिन जब समय आया तो वे एक भी शब्द ना बोल सके, अंत में इंटरव्यू को रद्द करना पड़ा.
– सुनील ने अपने करियर की शुरुआत रेडियो सीलोन पर, जो कि दक्षिणी एशिया का सबसे पुराना रेडियो स्टेशन है, एक उद्घोषक के रूप में की थी.
– सुनील ने यूं तो हिंदी सिनेमा को कई फ़िल्में दी. वहीं उनकी सुपरहिट फिल्मों में मदर इंडिया, मंगल दादा, यादों की जंजीर, बदले की आग, गंगा और सूरज, एक गुनाह और सही, लड़की जवान हो गई, चरणदास, उमर कैद, जय ज्वाला, भाई बहन, ज्वाला, शैतान, दुनिया झुकती है, पायल आदि प्रमुख है.
– कभी नरगिस का इंटरव्यू ना ले पाने वाले सुनील ने कुछ समय बाद ही 1957 में आई फिल्म मदर इंडिया में नरगिस के बेटे की भूमिका अदा की थी. यहां से दोनों का प्यार परवान चढ़ा और फिर दोनों ने शादी कर ली.
– फिल्मों में आने से पहले सुनील का नाम बलराज था, बाद में उनका नाम सुनील दत्त पड़ा. उनका जन्म एक ब्राह्मण परिवार में ब्रिटिश भारत में पंजाब के झेलम जिला में खुर्दी नामक गांव में हुआ था.
– सुनील और उनकी पत्नी को लेकर यह किस्सा भी है कि नरगिस कभी भी सुनील दत्त की दी हुई साड़ियां नहीं पहनती थी, बल्कि वे इन्हे चूमकर अलमारी में रख दिया करती थी.
– ना केवल अभिनय बल्कि सुनील दत्त ने राजनीति में भा हाथ आजमाया और यहां भी उन्हें सफलता हाथ लगी. 1984 में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर मुम्बई उत्तर पश्चिम लोक सभा सीट से चुनाव जीता और सांसद बने. वहीं मनमोहन सिंह की सरकार में 2004 से 2005 तक वे खेल एवं युवा मामलों के कैबिनेट मन्त्री रहे थे.