लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में पीलीभीत लोकसभा सीट पर मतदान जारी है। यहां पर 10 प्रत्याशी चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे है। मतदान सुबह 7 बजे से शुरू हो गया था, लेकिन कई गांवों में मतदान का बहिष्कार किया गया है और मतदाता मतदान करने के लिए बूथ पर नहीं पहुंचे। वहीं, मतदान केंद्र पर अंदर जाने से रोकने पर भाजपाइयों और पुलिसकर्मियों में जमकर नोकझोंक हो गई। यह मामला काफी देर बाद शांत हुआ।
बता दें कि शहर के जीजीआईसी मतदान केंद्र पर भाजपा प्रत्याशी जितिन प्रसाद कुछ समर्थकों के साथ पहुंचे थे। जहां पुलिसकर्मियों ने उनको जाने से रोक दिया। इसके बाद पुलिसकर्मियों पर आरोप लगाते हुए भाजपाइयों ने मामले की शिकायत डीएम से की। सूचना मिलते ही सुनगढ़ी इंस्पेक्टर भी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद लोगों को अंदर जाने दिया गया।
इन गांव में हुआ मतदान का बहिष्कार
1. पीलीभीत के गांव बक्शपुर के लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया है। गांव के लोगों ने ऑफीसर कॉलोनी से निकास न मिलने से नाराज होकर मतदान में भाग नहीं लिया। बूथ के बाहर तमाम ग्रामीण खड़े हुए हैं। बताया जा रहा है कि यहां साढ़े 10 बजे तक एक भी वोट नहीं पड़ा। ग्रामीणों को समझाने के लिए प्रशासनिक अमला गांव में पहुंच गया। दरअसल, ऑफीसर कॉलोनी के पीछे से कई वर्षों से बक्शपुर सहित कई गांव के लोगों की आवाजाही होती थी। करीब दो माह पहले प्रशासन ने इस रास्ते को दीवार उठाकर बंद करवा दिया था।
2. पीलीभीत के न्यूरिया क्षेत्र के ग्राम मंगदपुर के लोगों ने भी मतदान में शामिल होने से इनकार कर दिया। लोग मतदान करने के लिए बूथ पर नहीं पहुंचे। बता दें कि ग्राम मंगदपुर में छुट्टा जानवरों व बाघ की घटनाओं से परेशान है। इसलिए लोग मतदान करने के लिए नहीं पहुंचे। प्राइमरी विद्यालय मंगदपुर में बने मतदान केंद्र पर सुबह 7:00 बजे से 10:00 बजे तक बूथ नंबर 219 पर केवल नौ वोट पड़े। सूचना पर पहुंचे अफसर ग्रामीणों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं।
3. जिले के बीसलपुर के गांव पुरैना के ग्रामीणों ने अपने गांव के सामने देवहा नदी पर पुल न बनवाए जाने से नाराज होकर मतदान बहिष्कार की घोषणा की। लोग मतदान करने बूथ पर नहीं पहुंचे। बहिष्कार के चलते सुबह साढ़े 10 बजे तक एक भी वोट नहीं पड़ा।