अहमदाबाद विमान हादसे (Air India Plane Crash) की जांच के लिए एएआईबी (विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो) ने पांच सदस्यीय टीम बनाई है। एआईबी ने जानकारी दी कि ड्रोन फोटोग्राफी/वीडियोग्राफी सहित मलबा स्थल की सारी जानकारी इकट्ठा की जा चुकी है।
विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो के पूर्व प्रमुख और वरिष्ठ जांचकर्ता अरबिंदो हांडा ने कहा है कि एअर इंडिया विमान हादसे की शुरुआती जांच रिपोर्ट के आधार पर पायलटों की भूमिका को लेकर निष्कर्ष निकालना अभी जल्दबाजी होगी।
पूर्व कैप्टन ने दोनों पायलटों का किया बचाव
इसी बीच प्रारंभिक रिपोर्ट पर भारतीय वायुसेना के पूर्व पायलट कैप्टन एहसान खालिद ने बताया कि इस विमान दुर्घटना में पायलटों की कोई गलती नहीं थी। वो 100 प्रतिशत सही तरीके से अपना काम कर रहे थे। उन्होंने इंजन को फिर से चालू करने की कोशिश की।
बता दें कि 12 जून को उड़ान भरने के कुछ सेकंड के बाद विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 260 लोगों की मौत हो गई। दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान को कैप्टन सुमित सभरवाल और फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर उड़ा रहे थे।
AAIB की रिपोर्ट में क्या जानकारी सामने आई?
पूर्व कैप्टन एहसान खालिद की यह प्रतिक्रिया AAIB की रिपोर्ट सामने आने की बाद की गई है। दरअसल, रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि दोनों विमान के दोनों ईंधन कट-ऑफ स्विच एक-दूसरे के कुछ सेकंड के अंतराल पर ‘रन’ से ‘कट-ऑफ’ में बदल गए।
समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि ईंधन कट-ऑफ स्विच एक फिजिटल स्विच है। इसे एक स्थिति में दूसरी स्थिति में ले जाना होता है और इसे उस स्थिति में वापस भी लाना पड़ाता है। यह कोई ऑटोमेटिक प्रक्रिया नहीं है। बताते चलें कि शुरुआती रिपोर्ट में सामने आई है कि ईंधन स्विच लगभग एक साथ बंद कर दिए गए थे, हालांकि ऐसा क्यों हुआ यह स्पष्ट नहीं है।
रिपोर्ट में इस बात की भी जानकारी दी गई है कि कॉकपिट की आवाज की रिकॉर्डिंग में जब एक पायलट दूसरे से पूछते हैं कि तुमने क्यों इंजन बंद कर दिया तो दूसरे पायलट जवाब देते हैं कि उन्होंने ऐसा नहीं किया।