नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के दामाद को गिरफ्तार करना इमरान सरकार और पाकिस्तानी सेना के लिए भारी पड़ गया है। इस मुद्दे पर अब पाकिस्तान में गृह युद्ध छिड़ गया हैं और पाकिस्तानी सेना और पुलिस आमने-सामने आ गई है। पाकिस्तान की पुलिस वहां की ऑर्मी के खिलाफ सड़कों पर उतर गई है और नारेबाजी कर रही है।
द इंटरनेशनल हेराल्ड द्वारा ट्विटर पर पोस्ट की गई जानकारी के अनुसार, कराची के 10 पुलिस अधिकारियों की पाकिस्तान शहर में हुई झड़पों में मौत हो गई। इसने यह भी दावा किया कि सिंध पुलिस और सेना के बीच संघर्ष के बाद एक ‘गृहयुद्ध’ शुरू हो गया है।
सिंध पुलिस की खुली बगावत के बाद पाकिस्तान सेना के प्रमुख जनरल कमर बाजवा के होश उड़ गए हैं और उन्हें इस मामले की जांच के आदेश जारी करने पड़े हैं। इसके साथ ही सिद्ध के सीएम ने सेना के खिलाफ अपनी नाराजगी का ऐलान करने वाले पुलिसकर्मियों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया है।
सिंध के IG को 18-19 अक्टूबर की रात जबरन सेना ने उठा लिया था और नवाज शरीफ के दामाद कैप्टन सफदर की गिरफ्तारी के लिए आर्डर निकालने के लिए मजबूर किया था, जिसके बाद सिंध की पुलिस भड़क गई। IG द्वारा ज़बरदस्ती छुट्टी पर जाने के बाद करीब 700 पुलिसकर्मी छूट्टी पर चले गए और इस मुद्दे को काफी बड़ा बना दिया। सिंद्ध में फिलहाल बिलावल भुट्टो की PPP की सरकार है और उन्होंने सिंध पुलिस की इस पूरे घटनाक्रम में जमकर मदद की।
सेना के मीडिया विंग द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, सेना प्रमुख ने तथ्यों को निर्धारित करने और जल्द से जल्द रिपोर्ट दर्ज करने के लिए कराची वाहिनी कमांडर को “परिस्थितियों की तुरंत पूछताछ” करने का निर्देश दिया।
नवाज के दामाद को जबरन उठा ले गई थी ऑर्मी-
पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के दामाद सफदर और उनकी पत्नी पीएमएल-एन के उपाध्यक्ष मरयम नवाज, शहर के विपक्ष के पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) की एक रैली में शामिल होने के लिए शहर में थे। जब उन्हें देश के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना के मकबरे का अनादर करने के आरोप में उनके होटल से गिरफ्तार किया गया था। बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया।