निर्भया कांड के चार गुनहगारों मुकेश, पवन, अक्षय और विनय को फांसी कब होगी इस बात का इंतजार पूरा देश कर रहा है. अदालत ने इस मामले को लेकर चारों गुनाहगारों के साथ-साथ तिहाड़ जेल के डीजी को भी तलब किया है.
मुद्दा एक ही है फांसी में देरी क्यों और फांसी कब? अभी फांसी को लेकर फैसला अदालत को करना है लेकिन इसी बीच तिहाड़ जेल के सुप्रींटेंडट ने यूपी के डीजी जेल को पत्र लिख कर दो जल्लाद का इंतज़ाम करने और उसे फौरी नोटिस पर तिहाड़ भेजने की गुजारिश की है. पत्र में जिन दो जल्लाद का नाम है उनमें से एक पवन जल्लाद.
आज़ाद हिंदुस्तान में पहली बार हुआ था जब बगैर किसी पेशेवर जल्लाद के किसी को फांसी दी गई थी. मुंबई हमले के गुनहगार अजमल कसाब को फांसी पुणे की यड़वदा जेल में फांसी देने के लिए फांसी के तख्ते का लिवर जेल के एक कर्मचारी ने ही खींचा था.
तिहाड़ जेल के इतिहास में पहली बार था जब बगैर जल्लाद के किसी को फांसी दी गई. संसद हमले के गुनहगार अफज़ल गुरू को फांसी देने के लिए फांसी के तख्ते का लिवर तिहाड़ जेल के ही एक कर्मचारी ने खींचा था